अहा !! गर्मियां आ रही है – सूरज, छुट्टियां, चारो तरफ बिखरे रंग। ठंडे, उदास और शीत महीनों के बाद – ऐसा सुखद बदलाव!
लेकिन रुकिए – इसके पहले की आप झूमे नाचे, याद रखें, ग्रीष्म मतलब, हमेशा क्षुधातुर, चिड़चिड़े बच्चे जो कभी संतुष्ट नहीं हो पाते। अगर आपके बच्चे भी मेरे बच्चों जैसे हैं, जो सदैव रसोई के आस-पास मंडराते रहते है। तो इससे पहले कि कुछ मजेदार सा खाने की मांग सामने आये, अच्छा होगा कि आप बच्चों के लिए कुछ स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ते के साथ तैयार रहें ।
बच्चो का हमेशा सहज रूप से संसाधित (प्रोसेस्ड) और डिब्बा बन्द खाद्य पदार्थों की तरफ झुकाव होता है, जिसे कि संभवत: कैलोरी से लदे हुए और पोषण में शून्य कहा जा सकता है। क्या आप उन्हें दोष दे सकते है? प्रिजर्वेटिव, शक्कर, नमक और तेल के खतरनाक मात्राओं से भरपूर ऐसे खाने के उपभोग के गलत सुझाव टी वी पर सर्वत्र दिखाये जाते है। वे इन रंगीन विज्ञापनों से खुद को आकर्षित होने से रोक नहीं पाते। तो, आप किस तरह इन पैकेटों को उनके जबान और उनके हाथों से दूर रख पायेंगे? कैसा रहेगा अगर आप बच्चों के लिए रुचि अनुसार अपने ही तरह से पौष्टिक नाश्ते का सृजन करे? इन व्यंजन विधियों को परखे – ये तुरंत बन जाते है, रोचक भी है और शायद आप इसी के लिए आप इसे पढ़ रहे हो!
बच्चों के लिए इन पौष्टिक नाश्तों को आप स्कूल में भी दे सकते है।
1- वेज कटलेट (तले हुए या बेक किए हुए)
सामग्री:
- ½ कटोरी हरी मटर
- 1 कटोरी चौरस कटी गाजर
- ½ कटोरी कटी बीन्स
- ¼ कटोरी कटी चुकंदर
- अदरक का छोटा टुकडा
- 1 या 2 हरी मिर्च
- स्वादानुसार नमक
- आवश्यकतानुसार तेल
- 2 टेबलस्पून बेसन या चावल का आटा
- ब्रेड का चूरा
चटनी:
- मुट्ठी भर धनिया पत्ती
- ½ कटोरी पुदीना
- 1 टेबलस्पून भुने चने
- स्वादानुसार नमक
- ½ चम्मच जीरा
- 2 हरी मिर्च
- ¼ अदरक
- 1 चम्मच नींबू का रस
विधि:
- सब्जियों को उबालें और अतिरिक्त पानी को निकाल लें।
- अच्छे से मसले, नमक, ब्रेड चूरा, अदरक और हरी मिर्च को इसमें मिलाए। ब्रेड का चूरा इस मिश्रण को अधिक चिपचिपा नहीं होने देगा।
- इस मिश्रण से वडे/पेट्टी बनकर एक तरफ रख दें।
- बेसन या चावल के आटे में पानी मिलाकर घोल तैयार करें।
- बनाए गए वडो को इस घोल में डुबोकर ब्रेड के चूरे में लपेटे और एक तरफ रख दे।
- कड़ेदार डेगची में तेल गर्म होने रखें।
- कम तेल में, इन बनाए गए वडो को सुनहरा होने तक तले। वैकल्पिक तौर पर आप इसे पारम्परिक भट्टी में भी बेक कर सकते हैं।
हरी चटनी:
- हरा धनिया, पुदीना पत्तियों, भुने चने और अन्य सामग्रियों को थोड़े से पानी के साथ मिक्सी में पीस लें।
- गर्मा गर्म कटलेट के साथ परोसें।
सुझाव:
- आप चाहे तो अन्य सब्जियां जैसे गोभी भी भरावन में प्रयोग कर सकते है।
- तलते समय, पेट्टी कम तेल सोखे इसके लिए सुनिश्चित करें कि सब्जियों का पानी अच्छी तरह से निथरा हुआ हो ।
- आंच को मध्यम पर रखे। धीमी आंच बहुत समय लेता है और तेज आंच पेट्टी को जला सकता है।
2. चाट मसाले के साथ फलों का सलाद
बच्चों के लिए इस पौष्टिक नाश्ते को आप घर पर या फिर स्कूल के लिए बना सकते हैं। अगर आप के पास फ्रिज मे फल उप्लब्ध है तो इसे बनाने मे कुछ ही मिनट लगेगें।
सामग्री:
- कटे हुए आपके मनचाहे फल जैसे – सेब, केला, लीची, पाईन-एप्पल, संतरा, अंगूर, आम, पपीता और तरबूज।
- अखरोट, पहाड़ी बादाम, बादाम, काजू और पिस्ता
- चाट मसाला
- काला नमक
- काली मिर्च पाउडर
- इच्छा अनुसार नमक
विधि:
- फलो को काटे और मिलायें । आप इसमें बादाम, पिस्ता और अखरोट भी मिला सकते हैं।
- इस पर थोड़ा सा चाट मसाला छिड़कें।
- आप चाहे तो इसमें अपने बच्चे के रुचि अनुसार काला नमक और काली मिर्च पाउडर भी मिला सकते हैं।
बच्चो के लिये यह पौष्टिक नाश्ता घर या स्कूल के लिये उत्तम हैं।
सुझाव:
- बच्चे इसे टूथ पिक के माध्यम से खाना ज्यादा पसंद करते हैं, वैसे यह बादाम या अखरोट खाने के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
- उन फलों का चुनाव करें जो मौसमी हो ताकि आप बच्चों को चुनिन्दा और पोषण से भरपूर फलों को पेश कर सके। गर्मियों मे जैसे – आम, आलूबुखारा और अंगूर आसानी से मिल जाते है।
- इस व्यंजन को आप ‘कटोरी में इंद्रधनुष’ की तरह कांच के प्याले में पेश कर सकते हैं जो उन्हें बहुत लुभायेगा।
3. खजूर और सूखे मेवे के लड्डू
सामग्री:
- 1 कटोरी खजूर
- 1 टेबलस्पून घी
- ½ कटोरी बादाम
- ½ कटोरी काजू
- 2 टेबलस्पून मुनक्का या किशमिश
- ½ कटोरी पिसा सूखा नारियल
विधि :
- बीज रहित खजूर का दाने-दार मिश्रण बनायें और एक तरफ रख दे। इसमें पानी नहीं मिलायें।
- घी गर्म करें और उसमें बारीक कटे मेवे और सूखा पिसा हुआ नारियल मिला दें।
- धीमी आंच पर इसे सेके, जब तक नट कुरकुरे न हो जाए।
- इसमे खजूर के मिश्रण को मिलाएं और तब तक भुने जब तक खजूर मिश्रण तेल न छोड़ने लगे।
- आंच को बंद कर दे और कुछ मिनटों के लिए ठंडा होने के लिए रख दे।
- जब ये हल्का गर्म हो तो इसके लड्डू बना ले।
मुँह मे पानी आ जाने वाले इस व्यंजन में वो सारे मेवे है जो कि आपके बच्चे के आहार में आवश्यक पूर्ण पोषण के लिए जरूरी है। बच्चो के स्कूल के लिए यह एक उपयुक्त नाश्ता है।
सुझाव :
आप इसमें और भी पोषण प्रदान करने के लिए, खजूर के साथ खुबानी या अंजीर को भी डाल सकते हैं।
4. अंकुरित मूंग दाल सलाद (छिलके वाली मूंग दाल)
सामग्री :
- 1 कटोरी छिलका मूंग
- ½ कटोरी कटी हुई ककड़ी
- ¼ कटोरी कटी हुई गाजर
- 2 कटे हुए टमाटर
- 1 हरी मिर्च
- स्वादानुसार नमक
- 1 नींबू
विधि:
- मूंग दाल को अच्छे से धो ले।
- इसे एक बड़े बर्तन में लेकर 3 कटोरी पानी डाले।
- 6-12 घंटे के लिए इसे भिगोकर रखें।
- पानी छान ले और इस मूंग को किसी अंधेरे स्थान पर रख दे।
- जितना चाहे उतना अंकुरित होने दे, लीजिए तैयार है आपकी अंकुरित मूंग।
- कटी हुई ककड़ी, कटी हुई गाजर, कटे हुए टमाटर, हरी मिर्च को अंकुरित दाल में मिलाए और नमक मिलाएं।
- थोडा सा नीम्बू रस मिलाए और इसे उछाल कर मिलाएं, और लीजिए यह खाने के लिए तैयार है।
सुझाव:
- छिलका मूंग दाल को धोने से इसमें से विषैले तत्व, धातु और मिट्टी की गंदगी साफ हो जाती है।
- ठन्डे वातावरण की अपेक्षा गर्म और नमी वाले जलवायु में, मूंग दाल का तेजी से अंकुरण होता है।
- इस व्यंजन में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है और यह रोटियों के साथ एक बढ़िया अतिरिक्त डिश के रूप में और बच्चों के लिए स्कूल के लिए पौष्टिक नाश्ता है।
बच्चो को पेश करने के कुछ सुझाव:
- व्यंजन को मोहक अंदाज में प्रस्तुत करें। बच्चे को खाने के साथ खेल और कल्पना की दुनिया मे रहना पसंद होता है- मिकी माउस दोसे या सलाद के छोटे छोटे टापू उनकी कल्पना को उड़ान देंगे।
- आकर्षक कटलरी का प्रयोग विषय वस्तु में उनकी अभिरुची जगाएगा। उदाहरण के लिए, फलों के सलाद को परोसने के लिए कांच का बर्तन और स्मूदी के लिये लम्बे गिलास का प्रयोग, खाने के रंग में और अधिक उभार लाएगा।
- व्यंजनो मे मौसमी फल और सब्जियों का उपयोग करें ताकि आहार ताजा रहे और कोई प्रिजर्वेटिव की समाविष्टी न हो।
5. मसाला इडली (चावल के केक)
सामग्री:
- 5-6 इडलिया छोटे छोटे टुकडो मे कटे हुए
- 2 कटे हुए टमाटर
- चुटकी भर हींग
- 2 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
- ¼ चम्मच हल्दी
- 1 टेबल स्पून राई
- 10-12 कढ़ी पत्ता
- 2-3 चम्मच पानी
- 2 टेबलस्पून घी
- ½ टेबलस्पून धनिया पत्ती
- स्वादानुसार नमक
विधि :
- घी गर्म करें और उसमे राई दाना, हींग और कढ़ी पत्ता डालें
- राई चटकने लगे तो उसमें हरी मिर्च, टमाटर और नमक को मिलायें।
- थोडा सा पानी मिलायें और इसे पूरी तरह सूखने दें। इसे अलग रख दें।
- कढ़ाई में, कटी हुई इडलियां और थोडा सा मसाला मिक्स को मिलकर थोड़ी देर तक चलायें।
- आंच को बंद कर दें और धनिया पत्ती मिला दें।
लीजिए, बच्चों के लिए स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता तैयार है।
सुझाव :
अगर आप नमक की खपत कम करना चाहते हैं तो आप मसाले में नमक डालना छोड़ सकते हैं। इडली में पहले से ही कुछ मात्रा में नमक होगा।
6. पोहे के साथ उबला दूध और गुड़
सामग्री:
- 4 टेबलस्पून मोटा पोहा
- 2-3 टेबलस्पून गुड़
- 1-2 गिलास दूध
विधि:
- दूध गर्म करें
- करीब 4 टेबलस्पून मोटा पोहा इसमें मिलाएं और दूध को इसे सोखने दे। इसमें करीब10-20 मिनट लग सकते है, पोहा कितना मोटा है यह इस पर निर्भर करता है।
- थोड़े से गुड़ को कद्दूकस करे और मिला दे।
बच्चों के लिए यह सरल सा व्यंजन सुगमता के साथ बन जाता है साथ ही भरावट भी देता है और रात के खाने तक बच्चों को आराम से चलता फिरता रखेगी ।
याद रखें !!
आप ही की अभिरुचि और आदतों का प्रतिबिम्ब है जिसका बच्चे रसास्वादन करते है। अगर आप उन्हे नियमित तौर पर पिज्जा, बर्गर, केक, फ्रेंच फ्राई खिलाते है तो वो सिर्फ इसी खाने के लिए तरसेंगे। अगर आप उन्हें रुचिकर, स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना पेश करेगी और तब पोषण भरे चुनाव के साथ उनका ध्यान रखने के लिए वे भविष्य में आपका धन्यवाद करेंगे। आखिरकार, घर का बना हुआ खाना हमेशा परिष्कृत खाने को मात देता है।
7. फलो के स्मूदी
सामग्री:
- 2-3 ठण्डे, छिले हुए और कटे हुए केले
- 1 कटोरी ठण्डी स्ट्रॉबेरी
- 2-3 टेबलस्पून शहद
- पानी
विधि:
- मिक्सर में सभी को पीस लें।
- अगर आप तरल स्मूदी चाहते हैं तो इसमें आप और पानी मिला सकते हैं।
सुझाव:
- आप आम की स्मूदी (आम, शहद और पानी) ब्लूबेरी स्मूदी (पानी के साथ ब्लूबेरी, ब्लेकबेरी और स्ट्रॉबेरी) भी बना सकते हैं। आपके स्वादानुसार और मौसम अनुसार आप फलों का मेल कर इसे बना सकते हैं।
- अगर आपको पसंद हो तो स्ट्रॉबेरी की जगह रास्बेरी और चेरी का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- अगर आप गाढ़ी स्मूदी पसन्द करते है तो उसमें पानी न मिलायें।
- विभिन्न प्रकार के फलो के मेल के साथ आप बच्चों का मनभावन स्मूदी बना सकते हैं।
- लंबे कांच के गिलास में स्ट्राॅ एवं छोटी सी टोपी के साथ इसे प्रस्तुत करें और आप देखेंगे बच्चे अपने होंठ चाटते रह जायेंगे।
तो, अगली बार जब वे कहे, “भूख लगी” तो ये न पूछे कि “रुको, क्या हमने अभी खाना नहीं खाया?” बल्कि अपने बच्चो के लिए इन पारम्परिक व्यंजनों को थोडा आधुनिक मोड़ देते हुए बनाए। आखिरकार, इन सुस्वादु और पौष्टिक नाश्ते में बच्चों के मनपसंद सामग्रियों का समावेश होता है। ये विधियां सरल और जल्दी से बन जाने वाली है और बच्चों की चंचल और मनमौजी जिव्हा और पेट को तृप्त करती है।
अगर आपको ये पाक विधियां अच्छी लगी, तो आप जरूर आयुर्वेद के और पौष्टिक विकल्प खोजेंगे। आयुर्वेद के प्राकृतिक और ताजे खाने की समृद्ध श्रेणी आपको अपने रोज की दावत के मेनू कार्ड में विस्तृत विविधता प्रदान करेगी।