इंट्यूशन प्रोसेस (प्रज्ञा योग)
सही समय पर सही विचार को पाएं
सीखने की क्षमता में सुधार • समझने में सुधार • निर्णय क्षमता में निपुणता
*आपका योगदान, आपके और आर्ट ऑफ लिविंग की परियोजनाओं के लिए लाभकारी है।
रजिस्टर करेंआपकी संतान सीखेगी
अंतः प्रज्ञा
जो उनको जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सहायक होती है
उत्साह
आपके मन में उत्साह सहित शांति भी बनी रहती है
नवीनता
कुछ नया और रचनात्मक करते रहने की सोच
निर्णय क्षमता
सहजतापूर्वक बेहतर निर्णय लेने की निपुणता
आर्ट ऑफ लिविंग का इंट्यूशन प्रोसेस क्या है?
इंट्यूशन प्रोसेस एक क्रांतिकारी कार्यक्रम है जिसमें बच्चों व किशोरों को अपनी अंतः प्रज्ञा को जानने और उसे विकसित करने में सक्षम बनाया जाता है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के पश्चात अभ्यर्थियों में दूरदर्शिता का विकास होता है, कुछ नया करने की ललक जागृत होती है जो उनके वास्तविक जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला देता है और वे जीवन के सभी आयामों में उत्तम विकल्प चुनने में कुशल होने लगते हैं।
हमारी चेतना में अपार अंतर्निहित शक्ति है जिसका उपयोग सामान्यतः नहीं किया जाता। इंट्यूशन प्रोसेस बच्चों में सुरक्षित तथा प्राकृतिक रूप से मन की उन अपार संभावनाओं को सामने ला कर उनका उपयोग करने में सहायक है। यह कार्यक्रम मन को पाँचों इंद्रियों के परे जा कर चीजों को समझने तथा अपनी अंतः प्रज्ञा, जिसे हम “छठी इन्द्रिय” भी कहते हैं, का उपयोग करने की कुशलता प्रदान करता है।
बच्चों में यह योग्यताएँ अनेक प्रकार से दिखाई देने लगती हैं, जैसे कि आँखों पर पट्टी बाँध कर पढ़ना, चित्रकारी करना, चलना, खेल खेलना आदि। तथापि, यह कार्यक्रम इनसे कहीं अधिक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली योग्यताएँ विकसित करता है, जिनका वास्तविक जीवन के अनेक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उपयोग हो सकता है।
एक सुदृढ़ तथा सुविकसित अंतः प्रज्ञा बच्चों के पाठ्यक्रम संबंधी प्रदर्शन, खेलों, प्रतिभाओं, संवाद कौशल, वैयक्तिक संबंधों आदि में सुधार लाती है तथा नई खोज और अन्वेषण में सहायक होती है।
जीवन परिवर्तन करने वाला अनुभव
इंट्यूशन प्रोसेस जूनियर (5 से 8 वर्ष)
अवधि: 10 दिन
कार्यक्रम सारिणी
दिन | प्रारूप | अवधि |
---|---|---|
प्रथम सप्ताह: शुक्रवार से रविवार | ऑफलाइन | 2 घंटे प्रतिदिन |
प्रथम सप्ताह: सोमवार से शनिवार | ऑनलाइन (जूम) | 15 मिनट प्रतिदिन |
द्वितीय सप्ताह: रविवार | ऑफलाइन | 2 घंटे |
कार्यक्रम का विवरण
प्रथम सप्ताह
- ऑफलाइन सत्र (शुक्रवार से रविवार):
- अवधि: 2 घंटे प्रतिदिन
- फोकस: अंतःप्रज्ञा प्रतिभाओं का परिचय
- ऑनलाइन सत्र (सोमवार से शनिवार):
- अवधि: 15 मिनट प्रतिदिन
- प्लेटफॉर्म: ऑनलाइन (जूम)
- विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की अगुवाई में
- सत्रों के उद्देश्य:
- बच्चों में अंतर्निहित इंट्यूटिव योग्यताओं का विकास
- विशेष रूप से तैयार किए गए प्रयोगों का अभ्यास
- रुचिकर खेलों तथा अनूठी गतिविधियों में भाग लेना
- अभिभावकों की भागीदारी:
- प्रथम सप्ताह के अंतिम दो घंटों में उपस्थिति
- बच्चों द्वारा सीखे गए पाठ्यक्रम का निरीक्षण
- बच्चे में अंतः प्रज्ञा गहरी करने की प्रक्रियाएँ सीखना
द्वितीय सप्ताह
- ऑफलाइन सत्र (रविवार):
- अवधि: 2 घंटे
- फोकस: सीखे गए पाठ्यक्रम का पुनरीक्षण तथा उसे गहरा करना
- अभिभावकों की भागीदारी:
- अंतिम एक घंटे में उपस्थिति
- बच्चे की प्रज्ञा यात्रा में आने वाले आगामी सोपानों को समझना
इंट्यूशन, अर्थात् सही समय पर सही विचार।
- गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर
इंट्यूशन प्रोसेस किड्स (8 से 13 वर्ष)
इंट्यूशन प्रोसेस टीन्स (13 से 18 वर्ष)
अवधि: 17 दिन
कार्यक्रम सारिणी
दिन | प्रारूप | अवधि |
---|---|---|
प्रथम सप्ताह : शुक्रवार से रविवार | ऑफलाइन | 2 घंटे प्रतिदिन |
प्रथम सप्ताह : सोमवार से बृहस्पतिवार | ऑनलाइन (जूम) | 15 मिनट प्रतिदिन (बच्चे), 30 मिनट प्रतिदिन (किशोर) |
द्वितीय सप्ताह : शुक्रवार से रविवार | ऑफलाइन | 2 घंटे प्रतिदिन |
द्वितीय सप्ताह : सोमवार से शनिवार | ऑनलाइन (जूम) | 30 मिनट प्रतिदिन |
तृतीय सप्ताह : रविवार | ऑफलाइन | 2 घंटे |
कार्यक्रम का विवरण
प्रथम सप्ताह
- ऑफलाइन सत्र (शुक्रवार से रविवार):
- अवधि: 2 घंटे प्रतिदिन
- फोकस: शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण की तकनीकें
- ऑनलाइन सत्र (सोमवार से बृहस्पतिवार):
- प्लेटफॉर्म: ऑनलाइन (जूम)
- विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की अगुवाई में
- सत्रों के उद्देश्य:
- बच्चों के शारीरिक तथा मानसिक कल्याण के लिए उनके आयु वर्ग अनुसार उपयुक्त तकनीकें सिखाना
- योग और प्राणायाम तकनीकें
- तनाव से राहत तथा भावनाओं का प्रबंधन
- अंतःप्रज्ञा विकसित करने के लिए अभ्यर्थियों की तैयारी
- शिक्षण विधियाँ:
- खेल
- सामूहिक चर्चाएँ
द्वितीय सप्ताह
- ऑफलाइन सत्र (शुक्रवार से रविवार):
- अवधि: 2 घंटे प्रतिदिन
- फोकस: अंतःप्रज्ञा विकसित करना
- ऑनलाइन सत्र (सोमवार से शनिवार):
- अवधि: बच्चों व किशोरों, दोनों के लिए 30 मिनट प्रतिदिन
- प्लेटफॉर्म: ऑनलाइन (जूम)
- विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की अगुवाई में
- सत्रों के उद्देश्य:
- बच्चों में अंतर्निहित इंट्यूटिव योग्यताओं का विकास
- विशेष रूप से तैयार किए गए प्रयोगों का अभ्यास
- प्राणायाम और निर्देशित ध्यान सीखना
- शिक्षण विधियाँ:
- रुचिकर खेल प्रक्रियाएँ
- विशिष्ट और अनूठी गतिविधियाँ
- अभिभावकों की भागीदारी:
- द्वितीय सप्ताह के अंतिम दो घंटे की उपस्थिति
- बच्चों द्वारा सीखे गए पाठ्यक्रम का निरीक्षण
- बच्चे में अंतः प्रज्ञा गहरी करने की प्रक्रियाएँ सीखना
तृतीय सप्ताह
- ऑफलाइन सत्र (रविवार):
- अवधि: दो घंटे
- फोकस: दो सप्ताह में किए गए कार्यों की समीक्षा, गहराई में जाना तथा भविष्य के लिए परामर्श
- सत्रों के उद्देश्य:
- सीखी गई प्रक्रियाओं की समीक्षा और उनकी गहराई में जाना
- भविष्य में आगे बढ़ने के उपायों को समझना
- अभिभावकों की भागीदारी:
- सत्र के अंतिम 20 मिनट की उपस्थिति
- बच्चे की अंतः प्रज्ञा यात्रा में आने वाले आगामी सोपानों को समझना
इंट्यूशन प्रोसेस (प्रज्ञा योग) पर अध्ययन
22%
वृद्धि
किशोरों की सटीकता में
29%
सुधार
मानसिक स्वास्थ्य में
69%
कमी
भावनात्मक समस्याओं में
67%
कमी
अतिक्रियाशीलता में
50%
कमी
अपने समकक्ष साथियों से संबंधित समस्याओं में
78%
कमी
व्यवहार संबंधित समस्याओं में
संस्थापक
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर एक वैश्विक मानवतावादी, आध्यात्मिक गुरु और शांति दूत हैं। तनावमुक्त और हिंसा मुक्त समाज के लिए उन्होंने एक अभूतपूर्व विश्वव्यापी आंदोलन का नेतृत्व किया है।
अधिक जानेंनमन वर्ष 2016 से इंट्यूशन प्रोसेस का अभ्यास कर रहा है। मुझे उसमें कुछ अद्भुत सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दिए हैं। उसका आत्मविश्वास , केंद्रित रहने की शक्ति, चीजों को समझने…
वैष्णवी ने वर्ष 2015 में इंट्यूशन प्रोसेस किया था। यह कार्यक्रम करने के पश्चात् उसकी वे प्रतिभाएँ निकल कर बाहर आईं जिन्हें देख कर हम आश्चर्यचकित थे। वह अपनी आँखों…
नित्या ने दिसंबर 2016 में इंट्यूशन प्रोसेस किया। तब से वह अपनी दैनिक साधना दिन में दो बार नियमित रूप से कर रही है। हमारी दृष्टि में अब वह अधिक…
मैं अपने बच्चे का नामांकन कराना चाहता हूं लेकिन...
इंट्यूशन क्या है?
इंट्यूशन कुछ ऐसा समझने की योग्यता है जिसमें आप तर्क अथवा तार्किक विश्लेषण पर निर्भर नहीं रहते हो। इंट्यूशन हम सब में प्राकृतिक रूप से होता ही है, यद्यपि मन के इस आयाम को पोषित और विकसित करने पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है।
इंट्यूशन विकसित करने के क्या लाभ हैं?
- सीखने की क्षमता में सुधार
- सही निर्णय लेने की योग्यता
- रचनात्मक तथा अन्वेषणात्मक निपुणता में बढ़ोतरी
- समस्या-समाधान कुशलताओं में वृद्धि दृढ़ आत्मविश्वास
- व्यवहार कुशलताओं में सुधार
- अज्ञात के प्रति भय में कमी
यह कार्यक्रम केवल बच्चों और किशोरों के लिए ही क्यों हैं?
हम सभी अपनी इंद्रियों से परे देखने की प्राकृतिक सहज क्षमता के साथ पैदा हुए हैं। यह क्षमता खासतौर पर बच्चों में दिखाई देती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके मन अभी भी निर्मल हैं, कम आसक्त हैं और प्रकृति के साथ अधिक तालमेल बिठाते हैं।
इंट्यूशन प्रोसेस केवल बच्चों के लिये ही क्यों?
हम सभी, इन्द्रियों से परे, स्वभाव से प्रज्ञा योग्यता के साथ जन्मे हैं । यह योग्यता विशेषता बच्चों में स्पष्ट दिखती है । ऐसा इसलिए क्योंकि उनके मन अभी निर्मल है, कम आसक्त और प्रकृति से ज्यादा सामंजस्य में होते हैं।
यह कार्यक्रम ऑनलाइन मोड में है या ऑफलाइन मोड में?
इंट्यूशन कार्यक्रम, जूनियर, बच्चों और किशोर आयु वर्ग, तीनों वर्गों में मिश्रित मोड में संचालित होते हैं जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों प्रकार के सत्र होते हैं।
इंट्यूशन प्रोसेस जूनियर्स प्रोग्राम - इसमें दो घंटे प्रतिदिन के हिसाब से चार दिन के स्वयं उपस्थिति वाले सत्र होते हैं। इसमें सात ऑनलाइन सत्र (सोमवार से शनिवार) भी होते हैं जो विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा संचालित किए जाते हैं।
बच्चों और किशोर वय के लिए संचालित इंट्यूशन प्रोसेस प्रोग्राम में सात दिन के व्यक्तिगत उपस्थिति वाले सत्र और दस दिन के ऑनलाइन सत्र सम्मिलित होते हैं जो विशेषज्ञों की देख रेख में किए जाते हैं।
बच्चों में अंतः प्रज्ञा विकसित करने के लिए कौन सी तकनीकें सिखाई जाती हैं?
इस प्रोग्राम में बच्चों को मन को शांति और विश्राम देने तथा अंतः प्रज्ञा तक पहुँचने के लिए योगिक तकनीकें सिखाई जाती हैं।
- बच्चों की आयु के अनुरूप श्वसन तकनीकें
- निर्देशित ध्यान और विश्राम में जाने की तकनीकें
- मौज-मस्ती से भरपूर खेल और अन्य गतिविधियाँ जो अंतःप्रज्ञा में सुधार लाती हैं
- घर पर अभ्यास करने हेतु आवश्यक निर्देश
किसी बच्चे की अंतः प्रज्ञा प्रतिभाओं को निखारने में कितना समय लगता है?
इस कार्यक्रम के लाभ सबके सामने हैं। कार्यक्रम में सिखाई गई प्रक्रियाओं का निर्देशानुसार अभ्यास करने से होने वाले लाभों को जानने के लिए बच्चों और उनके अभिभावकों द्वारा अनेक अनुभव साझा किए गए हैं जिनके अनगिनत वीडियो आप देख सकते हैं।
वास्तव में प्रत्येक बच्चा अपने आप में अनूठा है। हर बच्चा अंतः प्रज्ञा विकसित करने में अपना समय लेता है। इसमें उन्नति बच्चे के अपने प्रयासों और दैनिक अभ्यास पर निर्भर है।
यह कार्यक्रम बच्चों को घर पर प्रतिदिन 15 से 25 मिनट का अभ्यास करने को प्रोत्साहित करता है। नियमित अभ्यास से बच्चों और उनके अभिभावकों, दोनों ने उनकी अंतः प्रज्ञा में सुधार होने की बात की है। बच्चों द्वारा प्राप्त सफलताओं और उपलब्धियों का आधार भी यही है।
विभिन्न आयु वर्ग के लिए प्रोग्राम की अवधि क्या है?
इंट्यूशन प्रोसेस जूनियर्स (5 से 7 वर्ष)
10 दिवसीय प्रोग्राम - 4 दिन ऑफलाइन, 2 घंटे प्रति सत्र ; 6 दिन ऑनलाइन, 15 मिनट प्रत्येक सत्र
इंट्यूशन प्रोग्राम किड्स (8 से 13 वर्ष)
17 दिवसीय प्रोग्राम - 7 दिन ऑफलाइन, 2 घंटे प्रति सत्र; 10 दिन ऑनलाइन, 15 मिनट प्रत्येक सत्र
इंट्यूशन प्रोग्राम टीन्स (14 से 18 वर्ष)
17 दिवसीय प्रोग्राम - 7 दिन ऑफलाइन, 2 घंटे प्रति सत्र; 10 दिन ऑनलाइन , 30 मिनट प्रत्येक सत्र
दो दिवसीय एडवांस प्रोग्राम
इंट्यूशन प्रोसेस 2
यह कार्यक्रम इंट्यूशन प्रोसेस कर चुके बच्चों और किशोरों में अंतः प्रज्ञा के उन्नत स्तर को विकसित करने में सहायक है। जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में अंतः प्रज्ञा का उपयोग करने की क्षमता को गहरा तथा सुदृढ़ करता है।
शीघ्र आ रहा है!