भक्ति और समर्पण बुद्धिमत्ता के लक्षण हैं। जो काम कर्म से संभव नहीं हो पाता वो प्रार्थना से हो जाता है|
पर्व हमारे जीवन में ज्ञान और उत्साह बनाए रखते हैं। जीवन का एक - एक क्षण उत्सव है और अलग-अलग पर्व हमें हर क्षण उत्सव मनाने की सीख देते हैं।
गुरुदेव के शब्द, जीवन की दशा और दिशा दोनों ही बदल सकते हैं। 40 वर्षों से लगातार गुरुदेव के व्याख्यान पूरे विश्व में ज्ञान परंपरा की अलख जगा रहे हैं।
अपने आप को जान लेना सबसे बड़ी उपलब्धि है और अध्यात्म के पथ पर चलना सबसे बड़ा सौभाग्य।
भावनाएँ जीवन का रंग हैं| यदि जीवन में भावनाएँ न हों तो न प्रेम होगा न शांति । भावनाओं के बिना जीवन शून्य है।