परीक्षा के समय सबसे शांत माता-पिता को भी घबराहट का सामना करना पड़ सकता है। “प्रिय पापा और मम्मी! बच्चों के साथ – साथ, आपको भी विश्राम करना, पुनर्नवीन होना और क्रियाशील होना चाहिए।”

माता-पिता के पास समय की भी कमी होती हैं। परीक्षा के समय, वे बस निचुड़ से जाते हैं। परिणामस्वरूप हम में से कई लोग मिल रहे चेतावनी के संकेतों को छोड़ देते हैं, कि कब हमें थोड़ा ठहरना है? यहां तनाव के संकेतों का आँकलन करने और पढ़ने के लिए कुछ बातें हैं।

मदद के लिये कब पुकारें?

  • तनाव महसूस करने पर
  • अनावश्यक चिंता करने पर
  • अनिद्रा
  • माइग्रेन (तीव्र सिरदर्द) और पेट दर्द  होने पर
  • कम या असामान्य भूख होने पर
  • चिड़चिड़ापन अनुभव होने पर
  • निराशा महसूस करने पर
  • रुचिकर कार्यों में भी अरुचि होने पर
  • कम ऊर्जा और उदास होने पर
  • नकारात्मक होने पर

इन लक्षणों को शांत करने के लिए क्या करें ? यहां परीक्षा के तनाव को परिपवक्ता से हराने के लिए 9 सबसे आसान सुझाव हैं।

सलाह 1: पहले ही अच्छे से तैयारी करें!

कुछ छात्र थोड़े समय में ही किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने की अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करते करते हैं। कुछ छात्र वास्तव में किसी कौशल में प्रवीण हों या कुशल होने का दिखावा करते हों किन्तु अंतिम क्षणों में वो कुछ नहीं कर पाते हैं।

अच्छी तैयारी के लिए योजना बनाना पहले से ही बढ़िया आदतों की सूची में शीर्ष पर है। बच्चों के सर्वोत्तम हित के लिये एक अच्छा अभिभावक बनना चाहिए। 

सलाह 2: समय-सारणी बनाना कभी भी पुराना नहीं होता है

समय-सारणी में एक ऐसी दिनचर्या बनाएं जो परीक्षा के पाठ्यक्रम को सरलता से पूरा करेगी, पुनरावलोकन के लिए पर्याप्त समय देगी, और सभी अन्य क्रियाओं को शामिल करेगी। यह बच्चों में आत्म -विश्वास बढ़ाएगा और सर्वश्रेष्ठ  परिणाम लायेगा।

जब समय-सारणियाँ बच्चे की पूरी भागीदारी के साथ तैयार की जाती हैं तब यह सबसे अच्छा काम करता है। समय-सारणी को वास्तविक रखना और पूरी तरह से बच्चे की क्षमताओं पर आधारित होना महत्वपूर्ण है।

सलाह 3: मजबूत परिवार सकारात्मक वातावरण बनाते हैं

मजबूत परिवार अपने बच्चों के साथ होते हैं। परीक्षा के समय कठिनाइयों वाले होते हैं। सहायक परिवार अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को अपने बच्चों पर नहीं थोपते हैं।

ऐसे परिवारों में परवरिश का तरीका गर्मजोशी, यथार्थपरक मांगों और लोकतंत्र का संयोजन लिये रहता है। वे अनावश्यक तुलनाएं नहीं करते हैं और बच्चों को खुद को जानने और अपनी पहचान विकसित करने के लिए जगह देते हैं

वे अपने शब्दों को व्यवहार में लाकर उदाहरण स्थापित करते हैं।

सलाह 4: तनाव-दूर करने के वाले अभ्यास करें

दौड़ना, जॉगिंग, जिम वर्कआउट, साइकिलिंग, तैराकी, कोई पसंदीदा खेल ये सभी तनाव को कम करते हैं, ऊर्जा स्तर को बढ़ाते हैं, और मन को शांत करते हैं। माता-पिता और बच्चों को परीक्षा के समय अपनी व्यायाम की दिनचर्या को नहीं छोड़ना चाहिए।

प्राणायाम, योग, खासकर सूर्य-नमस्कार और ध्यान का अभ्यास करें।

सलाह 5: परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए स्वस्थ आहार

एक संतुलित शाकाहारी आहार जिसमें फल – सब्जी, फलों का रस, अखरोट, सोया दूध, और पर्याप्त पानी शामिल है, शरीर और मन को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। जंक फूड, ऊर्जा ड्रिंक्स, कोला, मिठाई और चॉकलेट से बचें।

उच्च वसा, शर्करा और कैफीन की सामग्री वाले खाद्य पदार्थ हमें अति क्रियाशील, अधिक चिड़चिड़ा और अस्थिर चित्त बना देते हैं।

हमारे मस्तिष्क को पूरी तरह सजग रखने  के लिए हमें अपने पेट को हल्का रखना चाहिए।

सलाह 6: अच्छी नींद से तनाव घटता है

अच्छी नींद तनाव को कम करती है, सोचने की क्षमता में सुधार करती है और मानसिक केंद्रियता को बढ़ाती है बच्चों, युवाओं, और मध्य आयु वर्ग के लोगों को 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए।

बेहतर नींद के लिए रात्रि में तनाव को कम रखने के उपाय करें। माता-पिता को कम रोशनी और बिना शोर वाला वातावरण अच्छी नींद के लिए बनाना चाहिए।

ध्यान और गहरी सांस लेने से तनाव कम होता है और बेहतर नींद आती है। अपने पालतू जानवरों के साथ लगाव भी तनाव को कम करता है।

ध्यान रहे कि जल्दबाजी और नींद से पहले आखिरी-मिनट की पढ़ाई और भी नुकसान पहुंचाएगी। इसलिए, बच्चों को अच्छी नींद के लिए प्रोत्साहित करें।

सलाह 7: अत्यंत प्रभावशाली अध्ययन तकनीकें

यहां नीचे कुछ प्रभावशाली रणनीतियाँ दी गयी हैं जो होशियारी से बेहतर पढ़ाई करने में मदद करती है।

  • अपने बच्चे को लिखित / ध्वनि नोट बनाने में मदद करें।
  • आप फ्लैश कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। क्विज एप्स भी प्रभावी हैं।
  • कुछ बच्चे अपने परिवार के साथ पढ़ाई करना पसंद करते हैं।
  • स्मृति सहायक रणनीतियाँ लागू करें।
  • पढ़ाई करते समय रेखांकित (अंडरलाईन और हाईलाइट) करना भी प्रभावकारी रहता है।

सलाह 8: परीक्षा के तनाव पर चर्चा करें

थोड़ा सा तनाव सही है, खासकर परीक्षा के समय। तनाव जीवन का हिस्सा है। जीवन के प्रति यथार्थ दृष्टिकोण सकारात्मक अभिभावकत्व का हिस्सा है। माता-पिता को बच्चों के साथ परीक्षा के तनाव पर चर्चा करनी चाहिए। क्यों न अपने बच्चों के साथ ‘दादा जी के नुस्खे’ जैसे पुराने ज्ञान को साझा किया जाये!

क्या आप जानते हैं?

अनुसंधान ने हॉर्मोन्स और तनाव प्रतिक्रिया के बीच एक संबंध स्थापित किया है। परिणामों ने बताया है कि कॉर्टिसोल का उत्पादन तनाव प्रतिक्रिया के लिए प्रमुख हार्मोन है। उच्च कोर्टिसोल स्तर से स्मृति हानि, घटी हुई सजगता और चिंता की भावना होती है। तर्क और विश्लेषण क्षमताओं जैसे महत्वपूर्ण सीखने की क्षमताएँ भी प्रभावित होती हैं, और स्व-नियंत्रण की क्षमता भी।

सलाह 9: पुरस्कार के रूप में कुछ ट्रीट (पुरस्कार) दें

छोटी सी उपलब्धियों के लिए छोटे पुरस्कार कई बार निर्दोष खुशी को जागृत करते हैं । यह खुशी का क्षण कई बार व्यापक हो सकता है, जो परीक्षा को कम अरुचिकर बना सकता है।

पुनरावलोकन पूरा होने पर बच्चों को उनके पसंदीदा भोजन दें या टीवी शोज देखने दें। परीक्षा के अंत में ट्रीट भी एक अच्छा  विचार है।

सलाह 10: नियमित योग और ध्यान

नियमित रूप से योग और ध्यान का अभ्यास करने से बच्चों को परीक्षाओं का सामना करने में अधिक आत्मविश्वास मिलेगा। आत्मविश्वासी छात्र अपने माता पिता को अधिक निश्चिंत रहने देते है और इसके विपरीत कम आत्मविश्वासी छात्र अपने माता पिता को निश्चिंत नहीं रहने देते हैं |

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