बच्चों का लालन पालन

बच्चों का लालन-पालन एक पवित्र जिम्मेदारी है।

बच्चों के लालन-पालन के बारे में गुरुदेव बोलते हैं: "क्या आप जानते हैं कि एक घोड़े पर सवारी कैसे करते हैं? जब आप घोड़े पर बैठ जाते हैं, तो आपको उसके साथ ही हिलना पड़ता है। आपको घोड़े की गति की दिशा में अपने आप को भी आगे पीछे हिलाना पड़ता है, अन्यथा आपकी पीठ दुखने लगती है। माता पिता को बच्चों की गति की दिशा में चलना पड़ता है। उन्हें बच्चों के साथ साथ झूलना पड़ता है। बच्चों को जानिये और कोमलता से उनका मार्गदर्शन कीजिए। कभी कभी आप घोड़े की लगाम को कसते हैं और कभी ढीला छोड़ देते हैं। बच्चों के साथ भी ऐसा ही करना होता है। कभी कभी उन पर बंदिश लगाएँ और कभी उन्हें आजादी भी दें।"


गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर की अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण वार्ताओं और काल निरपेक्ष ज्ञान पर आधारित ये लेख,वीडियो और कार्यक्रम बच्चों के लालन-पालन की एक जटिल लेकिन सुन्दर यात्रा में माता-पिता का मार्ग-दर्शन करते हैं, ताकि एक प्रसन्न, आत्मविश्वास से भरे हुए मजबूत एवं लचीले व्यक्तित्व के बच्चे को विकसित किया जा सके।

योग एवं ध्यान कार्यक्रम

बच्चों और माता-पिता के लिए