वेलनेस प्रोग्राम फॉर सब्स्टांस यूजरस(नशा पीड़ितों के लिए वेलनेस प्रोग्राम)
विशेषज्ञों की देख रेख में करवाया जाने वाला शक्तिशाली श्वसन तकनीकों एवं प्रक्रियाओं का एक गैर-औषधीय उपचार कार्यक्रम
व्यसन को छोड़ें • स्वास्थ्य वापस पायें • स्वच्छ रहें
इस कार्यक्रम से होने वाला लाभ
हर प्रकार के नशे से दूर रहना सीखें
आप चाहे शराब, भांग, नशीली दवाइयाँ, इंजेक्शन, सूंघने वाले नशे, अफीम अथवा इनमें से एक या एक से अधिक वस्तुओं का नशा करते हों, आप बिना नशा किए, संयम में रह सकते हैं। हम तंबाकू सेवन करने वालों के लिए भी अलग से कार्यशाला आयोजित करते हैं।
प्रसन्न तथा तनाव मुक्त रहें
दुष्प्रभाव रहित श्वास क्रियाओं और ध्यान विधियों को सीखें। इनको सीखने से बिना नशा किए गहन विश्राम, प्रसन्नता और शांति का अनुभव पायें।
स्वास्थ्य तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
नशा करने से शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमताएँ कमजोर हो जाती हैं। इस कार्यक्रम में ऐसी जानकारियाँ, तकनीकें सीखने को मिलेगी जिन से रोग प्रतिरोधक शक्ति में सुधार, हृदय रोगों की आशंका में कमी तथा शरीर में अधिक ऊर्जा की प्राप्ति होगी।
सुदर्शन क्रिया™
सुदर्शन क्रिया™ लयबद्ध श्वास लेने की एक तकनीक है जो इस कार्यक्रम में सिखाई जाती है। अनेकों वैज्ञानिक अनुसंधानों व अध्ययनों द्वारा प्रामाणिक व लाभकारी प्रभाव के अतिरिक्त यह तकनीक नशा करने वालों की जीवनशैली में गुणात्मक सुधार लाती है।
बीमारी के पुनरावर्तन से बचाव
नशा छोड़ने में प्रयासरत प्रत्येक नशा करने वाले का सबसे बड़ा भय उस आदत का पुनरावर्तन होता है। इस कार्यक्रम द्वारा नशे की लालसा को वश में रखने की स्वाभाविक,आदत को कुछ साधारण उपाय सीख कर उनकी पुनरावृत्ति को रोक सकते हैं।
82 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि उनमें से 65% लोग 6 दिन तक तंबाकू के बिना रहे। शेष लोगों में भी उसके सेवन में 50%…
दी प्रिंसिपल एंड प्रैक्टिस ऑफ योगा इन हेल्थ केयर
मनोसक्रिय (नशे पर निर्भर) पुरुष कैदियों में चिंताओं की कमी और उनके समग्र स्वास्थ्य में बढ़ोतरी देखी गई
आसियान जर्नल ऑफ साइकेट्री
तम्बाकू के सेवन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
डिपार्टमेंट ऑफ ओंकोलॉजी, आईसीआरएच नई दिल्ली
सामान्य मिथकों का पर्दाफाश
डॉक्टर नीरज नागैच, पाचन तंत्र रोग तथा यकृत रोग विशेषज्ञ, फोर्टिस हॉस्पिटल, जयपुर के अनुसार
लाल वाइन हृदय के लिए लाभप्रद है
अल्कोहल का सीमित मात्रा में सेवन सुरक्षित है
बियर का सेवन सुरक्षित है
अनियंत्रित मद्यपान स्वीकार्य है
कार्यक्रम के परामर्शदाताओं का पैनल
डॉक्टर राजेश धोपेश्वारकर
हृदय रोग विशेषज्ञ, ई०पी० विशेषज्ञ, हृदय गति व हृदयघात क्लिनिक, पुणे
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली से स्नातकोत्तर डिग्री व 15 वर्ष के अनुभवी, डा० राजेश धोपेश्वारकर की गिनती पुणे के तीन चोटी के हृदय रोग विशेषज्ञों में होती है। वह कॉर्पोरेट जगत के लिए नियमित रूप से जीवनशैली से संबंधित विकारों तथा तनाव प्रबंधन पर कार्यशालाओं का आयोजन करते रहते हैं।
डॉक्टर नीरज नगैच
वरिष्ठ परामर्शदाता, पाचन पंत्र रोग विशेषज्ञ, फोर्टिस अस्पताल, जयपुर
विख्यात चिकित्सा पत्रिकाओं के संपादक, शोध पत्रों के नियमित प्रस्तुतकर्ता तथा प्रकाशक, डा० नीरज कई प्रख्यात संस्थानों, जैसे इण्डियन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी से भी संबद्ध हैं।
डॉक्टर दीपक गांधी
आयुर्वेदिक परामर्शदाता, निरंजनी चिकित्सालय, पुणे
डा० दीपक गत आठ वर्षों से शुद्ध रूप से आयुर्वेद, पंचकर्मा और पञ्चभौतिक चिकित्सा में कार्यरत है। उनके रुचिकर विषयों में आयुर्वेद द्वारा रोग निरोधक चिकित्सा, आहार, जीवनशैली से संबंधित, बांझपन तथा ग़ैर संचारी (असंक्रामक) रोगों का आयुर्वेदिक पद्यति से इलाज तथा कैंसर पीड़ितों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाना आदि शामिल हैं।
डॉक्टर बेलिंडा वाज
त्वचा रोग सलाहकार, मुंबई
डा० बेलिंडा के तीस वर्ष के पेशेवर जीवन में उन्हें अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने अनेक शोध पत्र भी प्रस्तुत किए हैं। विभिन्न त्वचा रोगों के उद्गगम में ‘हमारे मन की भूमिका’ विषय उन्हें सदा ही आकर्षित करती रही है और वह त्वचा रोगों/ विकारों को दूर करने में आहार, व्यायाम तथा तनाव प्रबंधन की भूमिका जैसे उपायों के महत्व को बहुत मानती हैं।
डॉक्टर अंजू धवन
प्रोफेसर, नेशनल ड्रग डिपेंडेंट ट्रीटमेंट सेंटर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
गत तीस वर्ष से नशामुक्ति मनोविज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत रहते हुए, वह अनेकों राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय कमेटियों की सदस्य रह चुकी हैं। उनके द्वारा लिखित अनेकों लेख, निबंध, तथा शोध पत्र प्रख्यात पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। वह अपने विशेष रुचिकर विषय, किशोरों में नशे की आदत से मुक्ति, पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली में क्लिनिक भी चलाती हैं।
डॉक्टर एकता
परामर्शदाता, सत्त्वा आयुर्वेदिक क्लिनिक व पंचकर्मा सेंटर, औरंगाबाद
सुमतिभाई शाह आयुर्वेद महाविद्यालय, साने गुरुजी अस्पताल, पुणे, महाराष्ट्र चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, से रोगनिदान- विकृति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त, डा० एकता, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार से मान्यता प्राप्त योग शिक्षक भी हैं। अति व्यस्त दिनचर्या में रहते हुए भी वह सामुदायिक सेवाओं के लिए सदैव समय निकालती हैं क्योंकि उनका मानना है कि अल्प योगदान से ही सही, समाज के उत्थान के लिए कुछ करना उन्हें अति प्रिय है।
मै जुड़ना चाहता हूँ लेकिन...
क्या ऑनलाइन विकल्प अभी भी उपलब्ध है?
जी, उपलब्ध है।
इस कार्यक्रम की अवधि क्या है? मुझे उपयुक्त समय मिल पाएगा?
यह 15 घंटे का कार्यक्रम है ( 5 दिन, 3 घंटे प्रतिदिन के हिसाब से)। आप अनेक उपलब्ध विकल्पों में से अपनी सुविधानुसार समय चुन सकते हैं।
मुझे भय है कि यदि मैं इस प्रोग्राम में शामिल होता हूँ तो मेरी तंबाकू सेवन की आदत का सब को पता चल जायेगा।
हमारी गोपनीयता पालिसी के अनुसार हम अपने सहभागियों के विषय में जानकारी सदैव गोपनीय रखते हैं। अपने घर अथवा कार्यस्थल से कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लेते हुए आप हेडफोन का उपयोग कर सकते हैं और अपने आस पास के लोगों को कह सकते हैं कि “ मैंने ऑनलाइन ब्रेथ एंड मैडिटेशन कार्यशाला” में भाग लिया है।”
मुझे भय है कि कार्यक्रम में भागीदार बनने से मेरी नशे की आदत के बारे में किसी को भी पता चल सकता है।
हमारी गोपनीयता पालिसी के अनुसार हम अपने सहभागियों के विषय में जानकारी सदैव गोपनीय रखते हैं। अपने घर अथवा कार्यस्थल से कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लेते हुए आप हेडफ़ोन का उपयोग कर सकते हैं और अपने आस पास के लोगों को कह सकते हैं कि “ मैंने ऑनलाइन ब्रेथ एंड मैडिटेशन कार्यशाला” में भाग लिया है।”
मैं नशीली दवाओं पर निर्भर नहीं हूँ। मैं केवल मौज-मस्ती के लिए दवाएँ लेता हूँ। मुझे इस कार्यक्रम की क्या आवश्यकता है?
नशीली दवाओं के प्रत्येक सेवनकर्ता में इस पर निर्भर होने की पूरी पूरी संभावना है, क्योंकि कोई ऐसा उपाय नहीं है जिससे यह पता लगाया जा सके कि कौन इसका आदी होगा और कौन नहीं। इसके अतिरिक्त आपको यह जान कर प्रसन्नता होगी कि आनंद और खुशी के लिए अपनी साँसों पर निर्भरता एक उत्तम विकल्प है जिससे किसी प्रकार के न तो कोई दुष्परिणाम होते हैं और न ही कोई निकासी लक्षण।
मैं एक ही स्थान पर अधिक देर तक नहीं बैठ सकता। मुझमें ध्यान के लिए बैठने का धैर्य नहीं है।
हर कार्य करने के पहले प्रयास में सदैव कठिनाई होती ही है। सुदर्शन क्रिया और ध्यान के प्रथम सत्र के उपरांत आप पाओगे कि यह सब इतना कठिन कार्य भी नहीं था।
मुझे नशीली दवाओं के सेवन संबंधी अपनी आदत के विषय में किसी के साथ भी विस्तार से बात करना सहज नहीं लगता।
चिंता की कोई बात नहीं। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि हम न तो आपके व्यक्तिगत जीवन पर छानबीन करेंगे और न ही आपके चुनाव का आँकलन। आप सहज रहें, हमारे लिए यह अधिक महत्वपूर्ण है।
क्या सुदर्शन क्रिया श्वास तकनीक से मेरे स्वास्थ्य में सुधार होगा?
जी हाँ, अनेकानेक अध्ययन तथा व्यक्तिगत अनुभव यह दर्शाते हैं कि इस प्रक्रिया से नशा न करने वाले और नशा करने वाले , दोनों प्रकार के लोगों के स्वास्थ्य तथा कल्याण में सुधार हुआ है। इससे निद्रा में सुधार, तनाव में कमी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी आदि अनेक प्रकार के लाभों के प्रमाण मिले हैं। आप अपने प्रशिक्षक से अपनी स्वास्थ्य संबंधी अवस्थाओं को साँझा करें ताकि हम आपकी आवश्यकतानुसार अच्छा अनुभव दे सकें।