आप किसी के लिए प्यार महसूस करते हैं और वे इसे स्वीकार नहीं करते हैं, तो आप क्या करते हैं?
- कुंठा महसूस करते हैं।
- प्यार को नफरत में बदलकर प्रतिशोध की इच्छा करते हैं।
- आप बार बार उन्हें याद दिलाते हैं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और वे आपसे कितना कम प्यार करते हैं।
- जिद्दी और चिड़चिड़े हो जाते हैं।
- क्रोध व्यक्त करते हैं।
- अपमानित महसूस करते हैं और अपनी इज्जत बचाने का प्रयास करते हैं।
- ऐसा निर्णय करते हैं कि दोबारा प्यार नहीं करूँगा।
- महसूस करते हैं कि आप दुखी हैं और आपके साथ दुर्व्यवहार किया गया है।
- आप अकेले और उदासीन हो जाते हैं।
लेकिन इन में से कुछ भी काम नहीं करता है; यह केवल स्थिति को और बदतर बनाते हैं। इससे बाहर निकलने का क्या रास्ता है? आप किस प्रकार से अपने प्रेम को बनाए रख सकते हैं?
- धैर्य रखें और अपने प्यार की अभिव्यक्ति को बदलें।
- केंद्रित रहें और अपने प्यार की अभिव्यक्ति को सीमित करें। कभी कभी प्यार को बहुत अधिक अभिव्यक्त करने से लोगों को आपसे नफरत हो जाती है।
- यह मान लें कि वे भी आपसे प्यार करते हैं और बस उनके प्यार की अभिव्यक्ति को स्वीकार करें। जैसे कि एक माँ, जिसके तीन बच्चे होते हैं – एक बच्चा बात करता है, एक बच्चा बात नहीं करता है, एक बच्चा तंग करता है – उसका प्रेम हर बच्चे के लिए बराबर है, चाहे उनका व्यवहार कुछ भी हो।
- उनके पास जो प्यार है, उसे स्वीकार करें। यह आपकी माँग को कृतज्ञता में बदल देगा और आपके जीवन में जितना अधिक कृतज्ञ आप होंगे, उतना ही अधिक प्यार आपके पास आएगा।
- जानें कि दर्द प्यार का हिस्सा है और इसके लिए जिम्मेदारी लें। समझें कि जब आप अपने केंद्र से दूर होते हैं, तो आपको पीड़ा होगी और माया की प्रकृति दुःख है।