सूर्य नमस्कार के लाभ
सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर (विभिन्न आसनो से), मन (मणिपुर चक्र से) और आत्मा ( मंत्रोच्चार से) सबल होते हैं। पृथ्वी पर सूर्य के बिना जीवन संभव नही है। सूर्य नमस्कार, सूर्य के प्रति सम्मान व आभार प्रकट करने की एक प्राचीन विधि है, जो कि पृथ्वी पर जीवन के सभी रूपों का स्रोत है।
एक मुस्कराते व्यक्तित्व के लिए योग
विभिन्न कारणों से तनाव हमारे जीवन में आ जाता है और अनायास ही हमारे चेहरे पर दिखाई देता है। इस कारण हमारा चेहरा समय से पहले ही वृद्ध , निस्तेज व् थका हुआ दिखाई देता है। योग निश्चित ही तनावमुक्त रहने व तेजस्वी चेहरा वापस पाने का एक उत्तम माध्यम है।
योग और प्राणायाम से ध्यान केंद्रित करें
अपने जीवन की गुणवत्ता को ऊंचा उठाने का प्रयास प्रत्येक छात्र, पेशेवर, उद्यमी तथा गृहिणियों का समान लक्ष्य है। परंतु ध्यान केंद्रित करने की कमी ही सारी समस्याओं की जड़ है।ध्यान केंद्रित करना कठिन काम नहीं है, जब आपको पता हो कि इसके लिए किस से सहायता मांगनी है?
योग द्वारा अपना कद बढ़ाइए
योग से आपकी , रीढ़ की हड्डी खिंची जाती है, पीठ और पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और आपकी काया में सुधार होकर उंचाई बढना मुमकिन हो पाता है। योग से शरीर के विषाक्त घटक बाहर निकाले जाते है जिससे स्वस्थ कोशिकाओं के विकास में गती आती है।
योग निद्रा द्वारा अपने आपको निद्रा जैसा विश्राम दे
साधारण रूप से प्रयास रहित आराम योग निद्रा द्वारा किसी भी योगासन क्रम के बाद आवश्यक हैं। योगासन शरीर को गरमाहट देता हैं और शरीर को शांत करता हैं।
स्मार्ट योग के द्वारा गर्दन के दर्द ठीक करें
हम उन्नत प्रोद्यौगिकी के युग में रहते हैं और आज मोबाइल फोन दुनियाभर में सबसे व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। शिक्षा से लेकर स्वास्थय में, निजी संबंधों से लेकर व्यापार तक मोबाइल उपकरणों ने मूलतः पूरे विश्व को बदल दिया है।
प्राणायाम क्या है?
प्राण वह शक्ति है जो हमारे शरीर को ज़िंदा रखती है और हमारे मन को शक्ति देती है। तो 'प्राण' से हमारी जीवन शक्ति का उल्लेख होता है और 'आयाम' से नियमित करना। इसलिए प्राणायाम का अर्थ हुआ खुद की जीवन शक्ति को नियमित करना।
बेहतर शारीरिक संतुलन/मुद्रा के लिए कुछ योगासन
अपने खडे होने, बैठने और चलने के ढंग के प्रति सजग हो के, तथा नियमित रूप से कुछ आसन और योग मुद्राओं का अभ्यास करके, आप शारीरिक दर्द से छुटकारा पा सकते है।
योग व आध्यात्म
बाहरी मौन व आन्तरिक उमंग के उत्सव का, और आन्तरिक शांति और बाहरी उत्सव का एक सुखद सम्मिश्रण है आध्यात्म।