पीठ के नीचे का हिस्सा पूरे शरीर को सहारा देता है, पर चोट लगने के कारण या लम्बे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से पूरे शरीर पर प्रभाव होता है। ऐसा भी कहा जाता है कि लगभग 100 में से 80 लोग अपने जीवन में एक बार कमर दर्द या कोई चोट से पीड़ित होते हैं। इस समस्या से बचने के लिए हम योग की सहायता ले सकते हैं और सहज ढंग से अपनी कमर को ठीक कर सकते हैं।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द को दूर करने के योगासन (Kamar Dard ke liye Yoga)
आइए पीठ के निचले हिस्से के लिए किए जाने वाले उन आसनों पर नजर डालते हैं जो हमें प्राकृतिक तरीके से ठीक कर देंगे और हमें शक्तिशाली भी बना देंगे
1. धनुरासन (Dhanurasana in Hindi)
यह आसन पीठ के निचले हिस्से को व पेट की माँसपेशियों को ताकत दे कर पूरी कमर को लचीला रखता है।
धनुरासन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
2. नटराजासन (Natarajasana in Hindi)
यह आसन पीठ के निचले हिस्से को खिंचाव दे कर कमर व कुलह की माँसपेशियों के साथ साथ रीढ़ की हड्डी को लचीला रखता है।
नटराजासन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
3. सेतु बंधासन (Bridge Pose in Hindi)
यह आसन पीठ के निचले हिस्से को शक्ति दे कर कमर के दर्द से राहत देता है।
सेतु बंधासन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
4. मत्सयासन (Matsyendrasana in Hindi)
यह आसन पीठ के निचले हिस्से का तनाव कम करता है व कूल्हे के जोड़ों में खून का दौरा बढ़ाता है।
मत्सयासन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
5. नौकासन (Boat Pose in Hindi)
नौकासन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
ये आसन पीठ को बल देने के साथ साथ पेट की माँसपेशियों को भी ताकत देता है।
6. मार्जरी आसन (Cat Stretch in Hindi)
मार्जरी आसन करने की विधि और इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से जान लें।
यह आसन पीठ के ऊपर व नीचे के हिस्से को खिंचाव दे कर पूरे तंत्रिका तंत्र को लचीलापन देता है।
पीठ दर्द का एक और खास कारण खराब ढंग से बैठना है। कूब निकालकर बैठने और झुके हुए कन्धे पीठ के नीचे के हिस्से को कमजोर बना देते हैं। केवल गलत आसन में बैठने से ही पीठ कमजोर नहीं होती अपितु आप कैसे खड़े होते हैं, कैसे चलते हैं और यहाँ तक कि आपका गलत तरीके से सोना भी कमर के दर्द को बढ़ा सकता है। इन सब से बचने के लिए, बैठने और खड़े होने की स्थिति को ठीक करने के लिए स्वयं पर लगातार ध्यान देना जरुरी है। आगे झुककर बैठने और चलते समय पीठ झुकाकर चलने से बचना चाहिए।
काम करते समय ऐसी कुर्सी होनी चाहिए जो पीठ को सहारा दे और आपको ऐसे बैठना चाहिए कि आपके पैर जमीन पर लगते रहें। एक या दो घंटे में एकदम उठकर चलना चाहिए, यह पीठ में आए खिंचाव को राहत देगा, टांग की माँसपेशियों को आराम देगा और आपकी आँखों को राहत मिलेगी। ऑफिस योग दर्द ठीक करने में और आराम से काम करने में सहायता करेगा।
अच्छे परिणाम के लिए योगासन के बाद 20 मिनट का ध्यान बहुत अच्छे परिणाम देगा। इससे आपका मन शांत होगा, आपका ध्यान केन्द्रित रहेगा व आपकी काम करने की क्षमता बढ़ेगी।
दूसरे शारीरिक कार्य जैसे तैरना और रोजाना पैदल चलना पीठ दर्द को ठीक करने में सहायक हैं। तैरना आपकी पूरी कमर को ताकतवर बनाता है, खासकर जब आप क्रॉल स्ट्रोक और बैक स्ट्रोक करते हैं। प्रतिदिन 30 मिनट तैरना आपको कमर दर्द की समस्याओं से दूर रखता है।
आपकी पीठ के निचले हिस्से को ताकत पहुँचाने में पैदल चलना भी अच्छा माना जाता है। जिन लोगों के पास समय की कमी है उन्हें कम से कम हर बार खाना खाने के बाद 5-10 मिनट पैदल चलना चाहिए। अगली बार आप जब भी सैर के लिए जाएं अपने आसन पर पूरा ध्यान रखें।
मोटापा पीठ के निचले हिस्से पर दबाव डालता है और कमर के निचले हिस्से पर चोट लगने का जोखिम ज्यादा रहता है। इसलिए खाने का एक सही तरीका अपनाना बहुत जरूरी है। पीठ के निचले हिस्से के दर्द को ठीक करने के लिए रोजाना योग का अभ्यास करने के साथ साथ आयुर्वेदिक जीवनशैली भी अपनानी चाहिए।
योगासन बहुत लाभदायक होते हैं पर पीठ पर लगी कोई चोट या स्लिप डिस्क से पीड़ित लोगों को यह सलाह है कि कोई आसन या व्यायाम शुरु करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
योग का अभ्यास मन और शरीर को बहुत से स्वाथय लाभ देता है पर यह दवाइयों की जगह नहीं ले सकता। यह जरुरी है कि एक प्रशिक्षित आर्ट आफ लीविंग प्रशिक्षक के निरीक्षण में योगासनों का अभ्यास किया जाए। किसी बीमारी की हालत में एक डाक्टर और श्री श्री योग प्रशिक्षक से सलाह लेकर ही योगासनों का अभ्यास करें।