‘सु’ का अर्थ है अच्छा या सही, ‘दर्शन’ का अर्थ है साक्षात्कार या झलकI और ‘क्रिया’ एक ऐसा अभ्यास है जो शुद्धि प्रदान करता है। सुदर्शन क्रिया शुद्धिकरण की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अभ्यास से हमें अपने वास्तविक स्वरूप का साक्षात्कार होता है। इस क्रिया का अभ्यास हमारे शरीर, मन और आत्मा में एक लय और समन्वयता स्थापित करने में सहायता करता है।
अतः सुदर्शन क्रिया एक साँस लेने की लयात्मक, शक्तिशाली और स्वास्थ्यवर्धक विधि है। सन 1982 से ले कर आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों और गतिविधिओं की आधारशिला सुदर्शन क्रिया ही है।
सुदर्शन क्रिया को जन मानस तक पहुँचाने का सर्वप्रथम कार्यक्रम 1982 में शिमोगा नामक स्थान पर आयोजित किया गया जहाँ श्री श्री रविशंकर जी ने स्वयं यह क्रिया सिखाई। आर्ट ऑफ़ लिविंग के कार्यक्रमों और सुदर्शन क्रिया के माध्यम से श्री श्री पिछले 33 वर्षों में लाखों लोगों को अपने जीवन में योग,प्राणायाम और ध्यान को एक अंतरंग हिस्सा बनाने के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहे हैंI