महाशिवरात्रि व्रत का खाना: लाजवाब
महाशिवरात्रि व्रत का खाना: लाजवाब
कद्दू का सूप।
सूप:
1/2 कद्दू
छोटा अदरक
1/4 कप जैतून का तेल
1/2 कप बादाम का दूध
नमक या काली मिर्च
छिले और कटे हुए कद्दू को नमक और अदरक के साथ कम में पानी में पकाएँ। उसके बाद ब्लेंडर का उपयोग करके पके हुए कद्दू का नरम मिश्रण तैयार कर लें। इसमें बादाम का दूध और काली मिर्च स्वादानुसार मिला लें|
पेस्तो:
मुट्ठी भर ताज़ी तुलसी की पत्तियाँ
1/2 कप पाइन नट्स (चीड़ की सुपारी)
छोटा लहसुन (वैकल्पिक)
1/2 कप जैतून का तेल
नमक
ब्लेंडर में सभी का पेस्ट तैयार कर कर लें। इसे कद्दू के सूप के ऊपर डालें। धनिये की पत्ती के साथ इसका आनंद लें।
कासिया फ्रेसर द्वारा, हैलो डिलीशियस के लिए लिखी गयी विधि |
इस महाशिवरात्रि पर एक बढ़िया स्वादिष्ट मिठाई बनाना चाहते हैं?
यहाँ एक दिलचस्प रेसिपी है जिसे आप व्रत के दौरान नाश्ते में खा सकते हैं। मूंगफली के लड्डू बेहद स्वास्थ्यवर्धक हैं और फैट से मुक्त भी|
सामग्री:
भुनी हुआ मूंगफली - 1 कप
खजूर - 4 टुकड़े
इलायची के दाने - 1 चुटकी
गुड़ - 1 बड़ा चम्मच
बनाने की विधि:
मूँगफली और इलायची के दानों को ग्राइंडर में महीन पाउडर के रूप में पीस लें।
इस मिश्रण में गुड़ और बीज रहित खजूर मिलाएं और एक बार फिर से पीस लें। एक बार जब यह अच्छी तरह से तैयार हो जाए, मिश्रण को कटोरे में रखें।
मुट्ठी भर मिश्रण लें और उन्हें मध्यम आकार के गोलाकार लड्डू बना लें। सजावट के लिए प्रत्येक लड्डू के ऊपर कुछ कटे हुए बादाम और पिस्ता रखें।
फायदे:
खजूर आहार पोटैशियम का एक बहुत अच्छा स्रोत है, और वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है|
सर्वोत्तम परिणामों के लिए, ताजे बीज रहित खजूर या जैविक खजूर का उपयोग करें।
आपको डोसा बहुत पसंद है? अगर हम आपको ये बताएँ कि आपके पसंदीदा डोसा उपवास के दौरान भी खाए जा सकते हैं? इस व्यंजन को जल्दी से तैयार करने का एक सरल तरीका नीचे दिया गया है:
सामग्री:
समा चावल का आटा - 1 ½ कप
पानी - ¾ कप
साबुत जीरे के बीज - 1 चुटकी
सेंधा नमक - ¼ छोटा चम्मच
हरी मिर्च का पेस्ट - 1/8 छोटा चम्मच
खजूर - 12 टुकड़े
नींबू का रस - 2 बड़े चम्मच
तेल - 1 बड़ा चम्मच
बनाने की विधि:
समा चावल के आटे में पानी डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
मिश्रण में साबुत जीरा, हरी मिर्च का पेस्ट और नमक डालें।
एक नॉन-स्टिक पैन गरम करें, डोसा तैयार करने के लिए पैन पर (पैनकेक की तरह) मिश्रण का एक बड़ा चम्मच फैलाएं। तैयार होने के बाद, डोसा को मोड़ें और एक सर्विंग प्लेट पर रखें।
खजूर को महीन पीसकर उसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं। आप पीसते समय नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
इस खट्टी-मीठी खजूर की चटनी के साथ डोसा परोसें।
फायदे:
समा चावल के आटे को समरावत या व्रत के चावल भी कहा जाता है और इसके लिए अंग्रेजी नाम बारनीर्ड बाजरा है।
चावल का उपयोग व्रत के दौरान सादे चावल, पुलाव, खीर, खिचड़ी इत्यादि बनाने के लिए किया जाता है।
समा चावल आयरन, फाइबर और खनिजों में समृद्ध है और नियमित चावल, और गेहूं की तुलना में एक बेहतर अनाज है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम है, यही कारण है कि इसका उपयोग उपवास के लिए किया जाता है।
क्या आप इस व्रत के मौसम में कुछ रोमांचक खाना चाहते हैं? शकरकंद क्यों नहीं आजमाते? इसमें कैलोरी की मात्रा कम है,स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है, और इसे तैयार करना बेहद आसान है। यहाँ जानिये कि आप इसे कैसे बना सकते हैं:
सामग्री:
रतालू (रतालू) - 500ग्राम
शकरकंद - 200 ग्राम
ताज़ी धनिया पत्ती - 1 बड़ा चम्मच
ताज़ा नारियल - 1 बड़ा चम्मच
हरी मिर्च का पेस्ट - ¼ चम्मच
नींबू का रस - 1 बड़ा चम्मच
नमक - 1 चम्मच
किशमिश - 5 से 6 टुकड़े
तेल - 1 बड़ा चम्मच
बनाने की विधि:
रतालू को छील कर पीस लें। शकरकंद के साथ भी ऐसा ही करें।
रतालू और शकरकंद को 12 से 15 मिनट तक उबालें और फिर उन्हें मैश करें। सावधान रहें, वे बहुत गर्म हो सकते हैं। मैश किए हुए रतालू और-शकरकंद के मिश्रण में ताजी धनिया पत्ती, नींबू का रस, हरी मिर्च और नमक मिलाएं।
अच्छी तरह मिलाएं। उनमें से छोटी गेंदें बनाएं।
स्टफिंग के लिए - एक पैन में तेल गरम करें, उसमें तिल, हरी मिर्च का पेस्ट, ताजा नारियल, नमक और किशमिश डालें।
गेंदों को थोड़ा चपटा करें, उसमे नारियल की स्टफिंग और गेंदों को ठीक से बंद करें।
फायदे:
रतालू पोषक तत्वों में समृद्ध है|
शकरकंद विटामिन सी का एक बढियाँ स्रोत है उसमे विटामिन ए और पोटेशियम भी उच्च मात्रा में पाए जाते हैं।
आप उपवास में पके हुए शकरकंद की सब्जी, शकरकंद सूप या शकरकंद का हलवा भी रतालू के साथ आजमा सकते हैं|
उपवास में कुछ स्वस्थ और हल्का खाने की इच्छा होना स्वाभाविक है। अपने शिवरात्रि व्रत में स्वादिष्ट श्रीखंड के चटकारे लें ।
सामग्री:
दही - 500 ग्राम
अनार - 200 ग्राम
केसर -1 चुटकी
इलायची - 2 बड़े चम्मच
कटा हुआ बादाम -20 ग्राम
पिस्ता - 5 से 6 टुकड़े
बनाने की विधि:
लगभग 30 मिनट के लिए एक पतले सफेद कपड़े में दही बाँध लें जब तक कि दही का सारा पानी बाहर न निकल जाए। इसे त्रिशंकु दही भी कहते हैं।
बची हुई सामग्री को दही में मिलाएं और ठंडा करें।
कटे हुए बादाम और पिश्ते से इसकी सजावट करें|
फायदे:
आप अपने श्रीखंड का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें आम, केला, सेब, कीवी, स्ट्रॉबेरी या इनका मिश्रण भी मिला सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि सूखे मेवे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये विटामिन, खनिज, प्रोटीन और फाइबर का एक प्रचुर स्रोत हैं, और व्रत के दिनों में एक अच्छा विकल्प है। बनाने की विधि यहाँ देखें:
सामग्री:
अखरोट - 200 ग्राम
बादाम - 200 ग्राम
काजू - 300 ग्राम
अंजीर - 200 ग्राम
खजूर - 150 ग्राम
घी - 1 बड़ा चम्मच
बनाने की विधि:
नट्स को फूड प्रोसेसर में रखें और मोटे पाउडर के रूप में पीस लें। मिश्रण का आधा भाग एक कटोरे में निकालें। शेष आधे को पीस लें|
सूखे अंजीर को बारीक काट लें और एक कटोरे में रखें।
बीजरहित खजूर को खाद्य प्रोसेसर में मैश कर दें।
एक भारी पैन लें, इसमें थोड़ा सा घी डालें और इसे मध्यम आँच पर सेट करें। अंजीर और खजूर डालें और घी के साथ मिलाएं। कुछ मिनटों के बाद, मूंगफली डालें और सभी अवयवों को एक साथ बाँध लें।
मिश्रण को एक चौकोर डिश में निकालें। इसे डिश में समान रूप से फैलाएं और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। ठंडा होने के बाद, इसे वर्गों में काट लें।
फायदे:
आप मिश्रण को लड्डू (छोटी गेंदों) में बांध सकते हैं और प्रत्येक लड्डू के ऊपर बादाम से सजावट कर सकते हैं।
आप बादाम की जगह पिस्ता और अखरोट भी प्रयोग कर सकते हैं।
बर्फी को सुगंधित ताज़ा स्वाद देने के लिए गुलाब की पंखुड़ियों या लैवेंडर की पंखुड़ियों का भी प्रयोग कर सकते हैं । सुगंधित सूखे मेवे के लड्डू का एक डिब्बा आपके प्रियजनों के लिए किसी भी अवसर पर एक आदर्श उपहार है!
खांडवी एक हल्का और स्वादिष्ट गुजराती नाश्ता है। यह तैयार करना आसान है आपके शिवरात्रि व्रत के लिए एक आदर्श नाश्ता है। इसे तैयार करने का तरीका कुछ इस प्रकार है।
सामग्री:
सिंघाड़े का आटा - 1 कप
छाछ - 4 कप
अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट - छोटा चम्मच
सेंधा नमक - 2 चम्मच
हल्दी पाउडर - ¼ छोटा चम्मच
सरसों के बीज - 1 चम्मच
हींग - एक चुटकी
तेल - 2 बड़े चम्मच
धनिया पत्ती - 10 नग
कसा हुआ नारियल - सजावट के लिए
बनाने की विधि:
एक कटोरे में सिंघाड़े का आटा लें।
आटे को अदरक-हरी मिर्च के पेस्ट के साथ मिलाएं। इसमें नमक, हल्दी पाउडर और छाछ डालें और तब तक मिलाएं जब तक कोई गाँठ न रह जाए।
इस मिश्रण को मध्यम आँच पर लगभग 8-10 मिनट के लिए मोटी तली वाले पैन में पकाएं। इसे लगातार चलाते रहें जब तक यह एक गाढ़ा घोल न बन जाए।
गर्म बैटर को संगमरमर की मेज के ऊपर जल्दी से जितना संभव हो उतना पतला फैलाएं|
एक बार जब यह ठंडा हो जाए, तो दो इंच चौड़ी स्ट्रिप्स में काट लें, और उन्हें कसकर रोल करें और प्रत्येक टुकड़े को एक प्लेट पर रखें।
एक छोटी कड़ाही लें, उसमें तेल डालें और गरम करें, उसमें एक चुटकी हींग और सरसों के दाने डालें और तब तक गरम करें जब तक कि वे फूट न जाएँ।
जब वे फूट जाएँ , तो खांडवी के टुकड़ों पर तेल डालें। कटा हुआ नारियल और धनिये की पत्ती से सजायें
फायदे:
सिंघाड़े का आटा फाइबर और पोटैशियम से भरपूर होता है। यदि आप ग्लूटेन-मुक्त आहार पर हैं, तो सिंघाड़े का आटा एक बेहतरीन सामग्री है।
सिंघाड़े का आटा, आमतौर पर उपवास के दौरान उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग कई वस्तुओं जैसे फ्लैट ब्रेड, ढोकला, मिठाई आदि बनाने के लिए किया जा सकता है।
उपवास के दौरान रेड रिपल एक ताज़ा पेय है। हिबिस्कस फूल के प्राकृतिक और नींबू के चटपटे स्वाद के साथ, यह एक आदर्श और आसानी से बनने वाला पेय है।
सामग्री:
हिबिस्कस फूल - 2 पूरे
शहद - 1 - बड़े चम्मच
नींबू का रस - 2 चम्मच
पानी - 1 गिलास
बनाने की विधि:
हिबिस्कस फूलों को धोएं और साफ करें और प्रत्येक पंखुड़ी को फूल से अलग करें।
ग्राइंडर या ब्लेंडर में फूल की पंखुड़ियों, शहद, नींबू का रस और पानी डालें। अच्छी तरह फेंटें और परोसें।
आँवले को इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण जाना जाता है। उपवास के दौरान, कई लोग इस कारण से आँवला खाना पसंद है क्योंकि यह भूख को दूर करने में बहुत अच्छा काम करता है। जिनके लिए उपवास करना काफी मुश्किल काम है, यह नुस्खा वास्तव में आपकी मदद कर सकता है।
सामग्री:
आँवला - 10 (मध्यम आकार का)
गुड़ की चाशनी - 1 - बड़े चम्मच
नमक-एक चुटकी
पानी - ½ गिलास
बनाने की विधि:
आँवले को काटकर बीज निकाल दें।
आँवले को थोड़े से पानी के साथ पीस लें। मिश्रण को एक छलनी में रखें और आँवले का रस निकाल लें।
रस को एक गिलास में डालें और इसे थोड़े से पानी से पतला करें।
स्वादानुसार नमक और गुड़ की चाशनी डालें।
फायदे:
आँवला विटामिन सी से भरपूर होता है और सर्दी से लड़ने में मदद करता है| यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। रोजाना आँवला खाने से आपकी त्वचा सुंदर और प्राकृतिक रूप से चमकदार हो जाती है।
महाशिवरात्रि पर्व पर आर्ट ऑफ़ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र आपका स्वागत करता है| महाशिवरात्रि की मध्यरात्रि को अत्यधिक प्रभावशाली "रुद्रम" सुनें और लाखों श्रद्धालुओं के साथ 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करें तथा गहन ध्यान का अनुभव करें|