शान्ति (Peace)

परिचय |Introduction

1981 में जब से आर्ट ऑफ़ लिविंग का आरंभ हुआ, तब से इसके संस्थापक श्री श्री रवि शंकर शांति के मिशन कार्य से जुड़े हुए हैं। आर्ट ऑफ़ लिविंग में आध्यात्म से समाज की सेवा करने की शक्ति और ज़िम्मेदारी का एहसास होता । यह समय है जब सारे विश्व में शांति की आवश्यकता है - इस बोध से कार्य करने हेतु जोश और उर्जा प्राप्त होता है। विश्व को तनाव मुक्त और हिंसारहित बनाने की श्री श्री की दृष्टि से प्रेरित होकर लाखों स्वयं सेवक इस कार्य में जुट गये हैं। विश्व के वर्तमान हालात देखते हुए शांति के लिए कार्य करना टाला नहीं जा सकता।

युद्ध या किसी और प्रकार की तबाही अपने पीछे भय, चिंता या बदले की भावना छोड़ जाती है। उन लोगों में नफरत और बदले की तीव्र भावना पनपती है। ऐसे में तनाव से छुटकारा और जीवन को एक ताज़ा और पुनर्जीवित दृष्टि से देखने की क्षमता दिलाने के उद्देश्य से आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था विशिष्ट पाठ्यक्रम (courses) का आयोजन करती है। अपराधी और पीड़ित दोनों की मानसिक स्थिति में बदलाव लाने के लिए कार्य किया जाता है। विविध वर्गों के लोग एक समझौते से मिलकर रह सकें - यही 'एक्शन फॉर पीस' का लक्ष्य है।

संवाद |Dialogue

श्री श्री ने गतिरोध में अटके कई देशों के लिए शांति मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। विरोधी पक्षों को समझौता मंच पर एक साथ लाने से हिंसक परस्थितियों को शांत किया गया है। विभिन्न मान्यताओं के लोगों में आपसी समझ बढ़ाने के लिए आर्ट ऑफ़ लिविंग विभिन्न धर्मों और सभ्यताओं के लोगों को एक साथ लाता है।

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मानसिक आघात राहत-कार्य |Trauma relief work

श्री श्री का कहना है "दबाव और तनाव हिंसा के मूल कारण हैं "। जब हमारी शरीर-प्रणाली से तनाव छूट जाता है, तो उसके फल स्वरूप मन शांत हो जाता है, सहकार्य, ज़िम्मेदारी, मित्रता और अपनेपन का भाव जैसे मानव मूल्यों का स्वाभाविक रूप से विकास होता है।

युद्ध या विपत्तियों के समय में ये समझ हमारे मानसिक आघात राहत कार्यक्रम को प्रेरित करती है। युद्ध से पीड़ित लोग भय, चिंता और विश्वासघात जैसी भावना से मुक्ति का अनुभव करते है। जैसे ही भीतर शांति की भावना प्रबल होती है, हिंसक अपराधियों के प्रति नफरत और बदले की भावना दूर हो होती चली जाती है। हिंसक अपराधियों के लिए भी विशिष्ट कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिससे वे समाज को विशाल दृष्टि से देख सकें। इससे आतंकवादी और उग्रवादियों की कायापलट हो गई है और उन्होंने हिंसा का रास्ता हमेशा के लिए छोड़ दिया है।

 

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चिरस्थायी शांति |Sustainable Peace

आर्ट ऑफ़ लिविंग दुनिया भर में हज़ारों लोगों के बीच अपनेपन की भावना को बढ़ावा देती है। इससे विविध वर्गों के लोग एकजुट हुए हैं, विभिन्न देशों के लोगों में पूर्वाग्रह कम हुए हैं और उनमें तालमेल भी बैठ गया है।

 

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