अखिल भारतीय कोविड राहत प्रयास
भारत में मानवता की लहर बह रही है। वास्तविक घटना स्थलों पर हज़ारों स्वयंसेवक पिछले एक साल से अधिक समय से पीड़ितों की सहायता कर रहे हैं। आओ हम इस महामारी को हराएँ। मिलकर : मज़बूत हो कर।
जब देश में 2020 में महामारी ने पाँव पसारने आरम्भ किए, तो गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने संकल्प लिया कि आर्ट ऑफ लिविंग प्रत्येक जीवन को बचाने के लिए जो कुछ भी कर सकता है, अवश्य करेगा। इस संकल्प ने आर्ट ऑफ लिविंग तथा इन्टरनेशनल एसोसीएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज़ को महामारी की प्रथम लहर के समय में मानसिक स्वास्थ्य तथा सहायता सामग्री वितरण पर ध्यान केंद्रित करने हेतु प्रेरित किया। अप्रैल 2020 में प्रवासी मज़दूरों को भोजन तथा अन्य दूसरी सहायता सामग्री पहुँचाने के लिए #iStandWithHumanity नाम से पहल की गयी । दूसरी लहर भयानक तबाही ले कर आयी। तब गम्भीर रोगियों की देखभाल तथा आपातक़ालीन चिकित्सा सुविधाएँ मुहैया करवाने के उद्देश्य से #IAHVCovidCare को क्रियान्वित किया गया। आज भी पहले से मज़बूत रूप में हमारे प्रयास जारी हैं । आइये हम महामारी की लहर को हराएँ .. मिल कर, मज़बूती से ।
प्रभाव
द आर्ट ओफ़ लिविंग तथा आईएएचवी (IAHV) अपने स्वयंसेवकों के जज़्बों को सलाम करता है। नीचे दिए कुछ आँकड़े पिछले वर्ष महामारी आरम्भ होने के बाद हमारे द्वारा किए कार्य की एक झलक मात्र हैं
ऑक्सिजन कोंसेंट्रेटर दिए गए6,705
ऑक्सिजन सिलेंडर दिए गए711
मास्क बाँटे गए20 लाख+
वेंटिलेटर दिए गए100
परामर्श हेतु उपलब्ध डाक्टर500
डाक्टरों द्वारा देखे गए मरीज़56,000
दवाइयाँ तथा उत्कंठा राहत लाभार्थी2,50,000
कवारंटीन ( एकांतवास ) में रखे लोगों तक भोजन पहुँचाया गया48,080
लोगों की दवाइयाँ, बेड तथा ऑक्सिजन द्वारा सहायता85,660
आयुर्वेदिक दवाइयाँ पहुँचाई गयीं8,481
मुफ़्त ऑक्सिजन रीफ़िल लाभार्थी10,000
कोविड केयर सेंटर9
कोविड केयर केंद्रों पर बेड उपलब्ध करवाए2,762
तैयार भोजन पैकेट बाँटे गए8 करोड़
बाँटे गए सुरक्षा उपकरण व चिकित्सा उपकरण का मूल्य20.275 करोड़
#मैं मानवता के साथ खड़ा हूं
भारत के दिहाड़ी मज़दूर और उनके परिवार लॉक्डाउन में सबसे अधिक प्रभावित हुए है। हम इस अभियान को सहयोग दे रहे हैं और इस कार्य में हमारे साथ स्थानीय शासन तथा राज्य सरकारें , विभिन्न संगठन , कार्पोरेट, कंपनियों व सामाजिक संगठनों का साथ मिला है। आप भी साथ आने के लिए आमंत्रित हैं।
2020 में 8 करोड़ तैयार भोजन पैकेट बाँटे गए
कोविड-19 की प्रथम लहर के दौरान, जब देश 21 दिन के सख़्त लॉक्डाउन में था, दिहाड़ी मज़दूरों की दशा सब से अधिक दयनीय थी। यह वर्ग सबसे अधिक प्रभावित था। #istandWithHumanity की पहल से इन लोगों तक आवश्यक खाद्य सामग्री, अनाज तथा अन्य सामान मुफ़्त पहुँचाया गया।
द आर्ट ओफ़ लिविंग ने श्री श्री तत्व तथा आई ० ऐ० एच ० वी०के सहयोग से बेंगलुरु स्थित अपने अंतर्राष्ट्रीय केंद्र से 550 टन खाद्य सामग्री देश के विभिन्न भागों में भिजवाई ।