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  1. प्रेम क्या है? What is love in hindi | Is love complicated in Hindi?

    प्रेम क्या है?  सच्चा / वास्तविक प्रेम क्या है  पहली नज़र का प्रेम क्या होता है प्रेम स्वीकार कैसे करें  प्रेम करना एक कला है  जब कोई आपसे प्रेम न करे तो क्या करें प्रेम पर शंका क्यों होती है जब कोई आपके प्रेम पर संदेह करे तो क्या करें  प्रेम अधूरा क्यों ह ...
  2. मोक्ष या निर्वाण क्या है? | Meaning of Nirvana or Moksha

    संतुलन को लाना और इच्छा का न होना निर्वाण है। इच्छा का अर्थ अभाव है। जब आप कहते हैं मुझे कुछ नहीं चाहिए, मैं संतुष्ट हूं, वह निर्वाण हैं। यहां तक ज्ञानोदय की तृष्णा भी ज्ञानोदय में बाधा है। सभी भावनाएं लोग, वस्तुओं और घटनाओं से जुड़ी होती हैं। वस्तु, लोग ...
  3. क्रोध और सत्य | Anger and truth in hindi

    क्रोध क्यों आता है? जो लोग भी क्रोध करते हैं, वे सिर्फ सच्चाई को ही आधार मान कर क्रोधित होते हैं। लेकिन सच्चाई की कल्पना करना काफी सीमित है। इस दुनिया में सभी प्रकार की चीजें होती हैं और आपको सिर्फ धैर्य रखने की आवश्यकता है। सच्चाई की कामना करना और यह कहत ...
  4. ईश्वर क्या है? | What is god in Hindi | भगवन क्या है

    क्या आप जानते हैं, छह दर्शनों में से पहले तीन दर्शन तो भगवान के बारे में बात तक नहीं करते, न्याय, वैशेषिक और सांख्य दर्शन। गौतम महर्षि के द्वारा रचित न्याय दर्शन ज्ञान के बारे में चर्चा करता है कि आपका ज्ञान सही है या नहीं। ज्ञान के माध्यम को जानना कि वह ...
  5. ध्यान मन के साथ क्या करता है?

    व्याकुलता से रहित मन ध्यान है। वर्तमान क्षण में स्थित मन ध्यान है । दुविधा और प्रत्याशा रहित मन ध्यान है। वापस स्त्रोत तक पहुँच चुका मन ध्यान है। ‘न-मन’ हो चुका मन ध्यान है। आप विश्राम कब कर सकते है?  विश्राम तभी संभव है, जब आप अन्य सभी काम छोड़ दें। जब आप ...
  6. How to control emotions in Hindi | भावनाओं से परे | Sakaratmak vichar

    इन्द्रियों के साधन से इन्द्रियां अधिक ज़रूरी हैं। टेलीविज़न से तुम्हारी आँखें अधिक ज़रूरी हैं, संगीत या ध्वनि से तुम्हारे कान अधिक ज़रूरी हैं। स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों या आहार से जिह्वा अधिक ज़रूरी है। हमारी त्वचा, जो भी कुछ हम स्पर्श करते हैं उससे अधिक ज़ ...
  7. कृपा से ही सर्वोच्च की प्रप्ति हो सकती है!! (Ancient Knowledge)

    ज्ञानी के पास जो कुछ है उससे वह खुश है तथा जो कुछ नहीं है उससे भी वह प्रसन्न है। मूर्ख के पास जो भी है उससे वह अप्रसन्न है और जो कुछ नहीं है उसके लिए भी अप्रसन्न। कोई व्यक्ति तुम्हें दुख नहीं देता और न ही कोई वस्तु तुम्हारे जीवन में क्लेश का कारण होती है। ...
  8. मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए योग है बेहतर उपाय। Yoga is the best way to get rid of mental stress

    एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन के साथ दुर्घटना हुई और वे अस्पताल में थे। शरीर के हर एक अंग की कोई न कोई हड्डी टूटी थी। उनके सारे चेहरे पर पट्टियां बंधी हुई थीं। केवल उनकी ऑंखें दिख रही थीं। उनके एक मित्र उनसे मिलने आए और उनसे मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए कई उपा ...
  9. पूर्णता का अनुभव करने के बारे में इशा उपनिषद की बातचीत | Isha upanishad talks on experiencing the fullness

    उपनिषद क्या होता है | Upanishad in Hindi उपनिषद का अर्थ है निकट बैठना। शारीरिक तौर पर तुम किसी के निकट बैठ सकते हो परंतु मन में बड़ी भारी दूरी कायम रह सकती है। आध्यात्म इतना विशाल है कि आध्यात्मिक जगत में पकड़ बनाने के लिए तुम्हें मानसिक निकटता की आवश्यकता ...
  10. आलोचना से कैसे निपटना चाहिए | How To Deal With Criticism

    भूतनाथ को पाने के लिए आपको भूतकाल कि सब बातों को एक सपना मानना होगा और यह कुछ मुश्किल काम नहीं। इसके लिए बस थोड़ी सी जागरूकता कि आवश्यकता है। वर्तमान क्षण के यथार्थ को समझें  (Live in Present Moment) वर्तमान क्षण के यथार्थ को पूर्णतः समझ पाना तभी संभव है, ...