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A Path With No Thorns
One might think that life is made as soon as one becomes a student, let alone an ideal student, in the Indian Institute of Technology. But then for Dinesh Kashikar, something was always missing. “I joined IIT in 1991. I was the general secretary of the ho ... -
अभाव से.... पूर्णता की ओर!!- स्वामी प्रणवानंदजी
स्वामी प्रणवानंदजी का उत्साह, जोश और सेवा के प्रति तत्पर भाव, उनके समक्ष बिताये कुछ समय में ही आभास किया जा सकता है। अपने व्यस्त दिनचर्या में भी हर पल को उपयोगी बनाना और दूसरों की सेवा में लगे रहने की सीख उनसे मिलती है। स्वामीजी आज कल आर्ट ऑफ़ लिविंग मह ... -
शतरंज से आत्मशांति की ओर- स्वामी वैशंपायन
"प्रेम, आनंद और ज्ञान आप लोगों में जितना अधिक बाटोगे, उतना ही अधिक आप पाओगे। "- श्री श्री भारत के राज्यों में जैसे उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ, ओरिसा, बिहार, महाराष्ट्र आदी, वैसे ही युरोप, रशिया, नेपाल और विभिन्न देशो में सेवा में जुटे हुए, अंतरराष्ट ...