नागपुर, महाराष्ट्र - “स्वच्छ भारत अभियान” के तहत,नागपुर के आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण,सक्करदरा झील को साफ करने के लिए एक साथ मिलकर काम किया।झील का निर्माण 18वीं शताब्दी में,भोसला के शासनकाल के दौरान,वर्तमान पूर्वी नागपुर में किया गया था।वर्तमान समय में,झील में बहुत गंदगी नजर आती है,पॉलीथिन एवं अन्य कचरे(वेस्टेज) से भरी हुई है।
आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक और क्षेत्रीय समन्वयक(कॉर्डिनेटर)नवीन खानोलकर कहते हैं,हालांकि एक खूबसूरत बगीचे से घिरी हुई यह झील,गंदगी कचरे और मलबे के कारण अपना आकर्षण खो रही है।
आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवक 18 नवंबर को एकत्रित हुए और उन्होंने एक साथ मिलकर सुबह 6:00 बजे से ही झील की सफाई शुरू कर दी।
छह घंटे तक लगातार काम चलता रहा,विधायक सुधाकर कोहली और नगर पार्षद संजय महाकालकर भी इस अभियान में शामिल हुए।स्वयंसेवकों ने- स्वच्छ नागपुर, सुंदर नागपुर, स्वस्थ नागपुर" और "स्वच्छ रहें, स्वस्थ रहें" जैसे नारे लगाते हुए झील की सफाई की। विधायक सुधाकर कोहली ने स्वयंसेवी टीम की सराहना की और भविष्य में भी इस तरह के अच्छे कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। स्थानीय लोगों ने इस पहल(शुरुआत)का स्वागत किया।
अभियान को सफल बनाने के लिए “ऑल इज वेल”(“All is well”) नाम के एक
एन जीओ(NGO)ने आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों के साथ हाथ मिलाया।
नागपुर क्षेत्रीय शिक्षक एवं समन्वयक (कॉर्डिनेटर )नवीन खानोलकर,चंदू गलगिलकर, मनीष कोटवार,अविनाश तालमालेऔर राजश्री धोटे ने भी सफाई(स्वच्छता) परियोजना में भाग लिया।