भू राजनीतिक तनाव के लगातार बढ़ने के बीचोंबीच,भारतीय गैर सरकारी संगठन १००० इराक़ी युवाओं के जीवन के पुनर्निर्माण में सहायता कर रहा है।

युद्ध के घाव ,जैसे - बमबारी की आवाज़ से आधी रात में जाग जाने,अपने प्रियजनों को खो देने और इस बात से अनजान होना कि अगली सुबह जागने पर क्या होगा की स्मृतियां,इराक़ी पुरुषों और महिलाओं के मन और जीवन पर एकदम स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।इराक़ में मानसिक स्वास्थ्य संकट भू राजनीतिक तनाव के बढ़ने के बाद और भी अधिक गहरा गया है। अन्तर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने सर्वेक्षण करने पर इस बात पर सहमति जताई है कि ९०००  परिवारों में से ३५ % परिवार बहुत अधिक मानसिक तनाव में हैं।आधिकारिक डाटा के अनुसार,७० % जनसंख्या में मानसिक स्वास्थ्य खराब होने के कारण आत्महत्या के विचार आते हैं।मानसिक स्वास्थ्य के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा मिलने वाली मदद में कमी एक और समस्या बन गई है,जिससे देश जूझ रहा है।

पिछले महीने,इराक के युवा एवम् खेल मंत्रालय ने बेंगलुरु स्थित आध्यात्मिक एवम् मानवतावादी संस्थान,आर्ट ऑफ लिविंग के सिस्टर कंसर्न इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज ( आई ए एच वी ),जिसकी स्थापना गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने की है,के साथ एक सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य इराक़ में संघर्ष से प्रभावित हुए युवाओं के साथ - साथ बगदाद और उसके निकटवर्ती क्षेत्रों में मानसिक आघात के पश्चात उत्पन्न हुए तनाव से उत्पन्न विकारों,चिंता,अवसाद और पीड़ा से गुजर रहे लोगों के साथ निकटता से कार्य करना है।संस्थान इराक़ी युवाओं को आत्म सशक्तिकरण कार्यक्रमों,तनाव से राहत एवं पुनर्वास के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

मावाहिब शैबानी,कंट्री डायरेक्टर,आई ए एच वी, इराक़,ने बताया," इराक़ में संघर्ष से गुजर रहे अल - सद्दर शहर,९ निसान और बलादियत कस्बे में युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए खेल एवम् युवा मंत्रालय के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं।"

गिरिन गोविंद,वरिष्ठ आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक,जो इराक़ में वर्कशॉप्स का आयोजन कर रहे हैं,ने बताया," 

हम १०० युवाओं को प्रशिक्षण दे चुके हैं और अब हम अन्य ९०० युवाओं को प्रशिक्षण देंगे।पुनर्वास एवं तनाव से राहत प्रशिक्षण युवाओं को लंबे समय से मन में बैठे गहरे तनाव,क्रोध और चिंता से छुटकारा दिलाने के लिए सशक्तिकृत करेगा,वर्तमान क्षण के प्रति सजगता में सुधार एवम् आध्यात्मिक ज्ञान,जो उन्हें अधिक आशा,सकारात्मकता एवम् विशाल दृष्टिकोण के साथ अपने भविष्य को देखने के लिए एक ताज़ा और तनाव मुक्त दृष्टि देगा।उन्हें विज्ञान पर आधारित ध्यान एवम् श्वसन तकनीकों में प्रशिक्षण दिया जाएगा,जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लक्षणों,जैसे - अवसाद,चिंता और मानसिक आघात के पश्चात उत्पन्न तनाव से उत्पन्न हुए विकारों,में कमी लाने के लिए जाना जाता है।और फिर हम विश्व बैंक द्वारा सहयोग प्राप्त सामाजिक एवम् व्यापारिक प्रोजेक्टों में उनकी मदद करेंगे।"

कृपया हमें बताइए कि क्या आप इस प्रोजेक्ट को कवर करना चाहेंगे या आपके पास हमारे विशेषज्ञ श्री गिरिन गोविंद जी के लिए कुछ और प्रश्न हैं,जो अभी इराक़ में युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।