बैंगलौर 20 अप्रेल, 2017. आज की एनजीटी के समक्ष की गई सुनाई में तीन फैसले लिए गए जो आर्ट आॅफ लिविंग के पक्ष में गए-
- मनोज मिश्रा द्वारा दिए गए आर्ट आॅफ लिविंग की जमा की गई राशि उपयोग के आवेदन को एनजीटी ने ठुकराया ।
- श्री मिश्रा के आवेदन जिसमें बगैर आर्ट आॅफ लिविंग के पक्ष सुने और नुकसान के मात्रात्मक आंकलन की याचिका को भी ठुकरा दिया।
- माननीय ट्र्ब्यिूनल ने मनोज मिश्रा का यह अनुरोध भी ठुरा दिया कि वेबसाईट पर दिये गए मेटर के आधार पर आर्ट आॅफ लिविंग के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाए।
मीडिया रिपोर्ट के विपरीत आर्ट आॅफ लिविंग के आवेदन नहीं ठुकराए गए हैं बल्कि मनोज मिश्रा के आवेदनों को ठुकराया गया है। उनके प्रत्येक आवेदन को एनजीटी ने ठुकराया है। वास्तव में आलत में मजाक अप्रासंगिक है। जो भी प्रासंगिक था, वह स्वीकार किया गया है। कुछ मीडिया ने इसे गलत ढंग से पेश करने की कोशिश की है।
हमे अपनी न्याय व्यवस्था पर अगाध विश्वास है कि वह सत्य को सबके समक्ष रखेगी।