“डीपनिंग रूट्स” को 2005 में द आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों द्वारा युवाओं को एक अद्वितीय अनुभव के तहत स्थाई(टिकाऊ) कृषि और नेतृत्व के दृष्टिकोण से बनाया गया था।डीपनिंग रूट्स,तीन सप्ताह के ग्रीष्मकालीन गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम - पर्माकल्चर,स्वास्थ्य और कल्याण,ध्यान और नेतृत्व विकास के क्षेत्र में शिक्षकों को एक साथ सुविधा प्रदान करता है ।
मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल हैं-
स्थानीय 2-एकड़ जैविक उद्यान या जमीन में काम करने का व्यावहारिक अनुभव,
जैविक कृषि और पर्माकल्चर डिजाइन में नयी तकनीक पर कार्य-कलाप (वर्कशॉप )
पोषण और लाभ के लिए औपचारिक अनावरण, जैविक कृषि और पर्माकल्चर डिजाइन में नयी तकनीक पर कार्य-कलाप (वर्कशॉप ) पोषण और समृद्धि या उन्नति के लिए औपचारिक अनावरण,साथ ही इसके अलावा इसमें भाग लेने वालों को नेतृत्व(लीडरशिप) प्रशिक्षण दिया जाता है,जो कि संचार,संवाद, संघर्ष समाधान, तनाव- नियंत्रण और टीम निर्माण(समूह बनाना) में निपुणता या दक्षता का विकास करता है।यह उन्हें इंटर्नशिप(अनिवार्य निवासी सेवा) के दौरान सीखे गए कौशल और अवधारणाओं को लागू करने और स्थानीय स्तर पर स्थायी परिवर्तन को उन्नत करने के लिए सामने आई कई चुनौतियों का प्रभावशाली ढंग से सामना करने के लिए प्रशिक्षित करता है।
2009 में, डीपनिंग रूट्स के कर्मचारियों ने एक अतिरिक्त शैक्षिक कार्यक्रम बनाया - उन्नत कृषि और पोषण में एक व्यापक,व्यावहारिक और मज़ेदार सप्ताह के अंत में कार्यशाला(वर्कशॉप)।
इस कार्यशाला का उद्देश्य दुनिया भर के स्थानीय समुदायों में व्यापक पैमाने पर ग्रीष्मकालीन गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम के कौशल(निपुणता)और ज्ञान को साझा करना है।
ग्रीष्मकालीन गहन प्रशिक्षण के स्नातक(ग्रेजुएट) अपने समुदाय के सदस्यों को इस कार्यशाला में शिक्षित करने हेतु सक्षम होने के लिए आगे के प्रशिक्षण लेते हैं।यह सप्ताहांत कार्य-शाला जागरूकता को बढ़ावा देने और स्थायी कृषि के अभ्यास को प्रोत्साहित करने,स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र(इकोसिस्टम ) बनाने, स्थानीय खाद्य सुरक्षा और लोगों को स्वस्थ रहने एवं उत्पादन संबंधी तौर- तरीके से प्रकृति के साथ फिर से जुड़ने की अनुमति देने के लिए एक व्यवस्थित साधन है।
लक्ष्य :
विश्व भर में चारों तरफ के समुदाय युवा नेताओं से प्रेरित हो रहे हैं-
लॉन और सामुदायिक स्थानों को खाद्य स्व-रखरखाव वाले परिवेश में बदलना।
स्थानीय छोटे पैमाने के जैविक खेतों का समर्थन करना और सामुदायिक खाद्य प्रणालियों(सिस्टम) को डिजाइन करना ।
अच्छा खाएं और स्वस्थ एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थों को अधिक महत्व दें।
उपभोग कम करें ।
ध्यान के माध्यम से ऊर्जा, जागरूकता और प्रभावशीलता बढ़ाने का तरीका जानें।
जीवन को एक उत्सव की तरह जियें ।
डीपनिंग रूट्स के पांच तत्व -
डीपनिंग रूट्स में पांच तत्व शामिल हैं:- ध्यान, स्वास्थ्य और लाभ,स्थायी कृषि,सशक्तिकरण और समुदाय। प्रत्येक तत्व धागे की तरह मिलकर इस ‘डीपनिंग रूट्स’ के कपड़े को बुनता है।
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ध्यान-
जैसा कि हम अपने समय की पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों का सामना करते ,यह महत्वपूर्ण है,कि हम इसे केंद्रित,हल्के-फुल्के और मन की प्रतिबद्ध स्थिति(प्रतिबद्धता) के साथ करें।
ध्यान इन सकारात्मक गुणों को स्थापित करने और पोषित करने का एक साधन है.
स्वास्थ्य और लाभ -
एक स्वस्थ शरीर और स्वयं की समझ के साथ व्यक्ति की क्षमता का तेजी से विस्तार होता है।स्वयं को प्रकृति का हिस्सा समझकर हम दूसरों के लिए और अपने आसपास के वातावरण के लिए एक संसाधन बनने लगते हैं।
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स्थायी कृषि -
हम स्वयं के लिए कैसा खाना चुनते हैं,यह विशाल पैमाने पर दुनिया के साथ हमारे संबंध को दर्शाता है।डीपनिंग रूट्स हर किसी के लिए नयी और टिकाऊ कृषि- सिस्टम को बढ़ावा देकर एक जीवंत,स्थाई और गतिशील समाज का निर्माण कर उसे विकसित कर रहा है।
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सशक्तिकरण -
प्रतिबद्धता, आत्मविश्वास, उत्साह, शक्ति और एक नेता की जिम्मेदारियों को निभाने की इच्छा, इन गुणों के प्रति समर्पण के साथ,युवा सामाजिक और पर्यावरणीय परिवर्तन को प्रेरित कर सकते हैं।
5.समुदाय-
एक स्वीकार्य और प्रेरक वातावरण में एक साथ सीखना,साझा करना और काम करना हमारे कार्यक्रमों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। हम एक साथ विचार(मत) और समाधान का सृजन कर रहे हैं,जो नए सामाजिक और पारिस्थितिक तंत्र(इकोसिस्टम) के विकास में सहायता करेंगे।