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१४ जनवरी शाम ५ बजे से ८ बजे तक - कोटा में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के साथ महासत्संग -
दशहरा मैदान, सी.ए.डी. सर्किल, कोटा
15 जनवरी को कोटा, राजस्थान गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ‘उत्साह’ नामक एक विशेष समारोह में लगभग 100,000 छात्रों की सभा को संबोधित करेंगे।
कोटा, राजस्थान समाचार (दैनिक भास्कर) : -
सर्वश्रेष्ठ के लिए सब कुछ घटता है: श्री श्री रविशंकर
श्री श्री रविशंकर 15 को कोटा में एक लाख लोगों को कराएंगे ध्यान
विद्यार्थी में 3 गुण आवश्यक होते हैं- अाशिष्टा, बलिष्टा दृदिष्टा| अाशिष्टा का अर्थ है पूर्ण विश्वास| दृदिष्टा का अर्थ है स्थिरता और बलिष्टा का अर्थ है दृढ़ संकल्प| कई लोगों में इच्छाएं होती है लेकिन उनमें वह दृढ़ संकल्प नहीं होता है कि वह अपनी इच्छाएं पूरी कर सकें| यदि किसी व्यक्तित्व स्थिर और दृढ़ संकल्पित नहीं है तो वह निश्चित ही जीवन के उतार चढ़ाव में स्वयं को शिकार और पीड़ित पाते हैं| वह कभी भी अपने चरम पर जा सकते हैं या तो अपने उच्च स्तर पर होने या फिर निम्न स्तर पर| इसलिए उनके लिए जरूरी है कि वह स्थिर हो ताकि समता में रह सकें| बलिष्टा का अर्थ यह भी होता है कि आप में शक्ति बनी रहे, मजबूत रहे इसका मतलब जीवन के हर क्षेत्र में आपका व्यक्तित्व विकसित होता है| ज्ञान ही शक्ति है, प्रेम ही शक्ति है| करुणा और आपसी अपनापन भी शक्ति का स्वरुप है| क्षमा कर देना भी शक्ति है| शक्ति का मतलब बहुत सारा धन नहीं है| आपमें जितनी भी धनात्मक गुण हैं वह भी शक्ति ही है| अब यह अलग है कि आपको यह प्ले या कॉलेज स्कूल में मिली होगी| आप ने यह गुण निश्चित रुप से हासिल किए होंगे|
एक विद्यार्थी का पहला गुण यह होना चाहिए कि पढ़ाई में सिद्ध हो और अपना करियर बनाएं| एक बहुआयामी व्यक्तित्व का निर्माण करते हुए अपनी प्रतिभा को निखारें प्रत्येक असफलता, सफलता की सीढ़ी होती है तनाव को दूर करने के लिए कुछ ध्यान करना चाहिए और कुछ सांस के व्यायाम के अलावा प्राणायाम भी करना चाहिए|
विश्वास रखें कि मैं अकेला नहीं हूं दृढ़ता से आगे बढ़े|
यह विश्वास की कोई शक्ति है जो हमारा ख्याल रख रही है और जरुरत पड़ने पर मुझे सहायता मिल जाएगी मैं अकेला नहीं हूं| चुनोतियों बनी ही आने और जाने के लिए हैं| गलतियों से सीखें और दृढ़ता से आगे बढ़े| इस विश्वास के साथ आगे बढ़े कि आपको जो चाहिए वह मिल जाएगा| यह भी याद रखें कि जो भी हो रहा है वह सर्वश्रेष्ठ के लिए हो रहा है|
16 को जयपुर में सरपंचों से मिलेंगे श्री श्री रविशंकर
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर 15 जनवरी को कोटा जाएंगे| वह यहां एक लाख लोगों को संबोधित करेंगे| उन| शिक्षा के प्रति एक समग्र व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए उनका मार्गदर्शन करेंगे तनाव से मुक्त रहने के गुड सिखाएंगे| वह 16 जनवरी को जयपुर में प्रताप नगर स्थित आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम में सरपंचों से भी रूबरू होंगे|
![Sri Sri to address 1 lakh students in Kota, Jaipur](/sites/www.artofliving.org/files/styles/original_image/public/wysiwyg_imageupload/Article%20for%20Jaipur%20%281%29_2.jpg?itok=iuyGL0fm)