सेंड फिल्ट्रैशन प्लांट ने ग्रामीण बंगाल में सुरक्षित पेयजल प्रदान किया।

अवलोकन 

स्थान : पश्चिम बंगाल 

अवधि : 2013 से वर्तमान 

खादोम ने बताया - जो कि मानखेत गाँव के “जल शोधन परियोजना” का लाभार्थी है। 

“मैं पास के कुएँ से पीने का पानी लाता था, जिसका स्वाद खराब और उसमें दुर्गंध आती थी,लेकिन हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था।हममें से कई लोगों को इससे पेट की समस्या और खाँसी की समस्या हुआ करती थी। 

यहाँ पर जल शोधन प्रणाली स्थापित करने के लिए हम “आर्ट ऑफ लिविंग” के बहुत आभारी हैं।”                            पश्चिम बंगाल में पीलिया से कई लोग प्रभावित हुए हैं।अन्य दूषित पानी से होने वाले रोग जैसे- टाइफाइड, पीलिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस भी बड़े पैमाने पर हैं,इसका मुख्य कारण स्वच्छ पेयजल की कमी है।इस समस्या के समाधान के लिए हमने गाँव में कम लागत वाले निस्पंदन उपकरण(शोधन-सयंत्र) स्थापित किए।अब साफ फिल्टर पानी उपलब्ध हैऔर गांव के कई लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है। देश में जहां तीन गाँवों में से एक को रासायनिक रूप से दूषित पानी का सेवन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है,वहाँ कम लागत वाले जल-शोधन में  इन्वेस्ट करना एक अच्छा विकल्प है। हमने विभिन्न फिल्ट्रेशन तकनीकों का पता लगाया हैऔरअब हम इस टेक्नोलॉजी को कई ओर क्षेत्रों में पहुँचाने और इसका लाभ उठाने के इच्छुक हैं।

हम क्या बदलाव लाये 

पुरुलिया जिले के सात गांवों के 4,500 निवासियों के लिए दो पायलट- बायोसैंड आधारित जल शोधन संयंत्र (वाटर-फिल्ट्रैशन प्लांट)स्थापित किए,जो स्थानीय समुदायों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं।

अब तक का सफर 

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में 2013 में 2 बायोसैंड सामुदायिक जल शोधन संयंत्र स्थापित किए गए। 

सीखिए सुदर्शन क्रिया और रहिये स्वस्थ और मस्त !

7 गाँवों के 4,500 निवासियों को मिलता है,सुरक्षित पेयजल। 

स्थानीय युवाओं को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है,कि हमारे इन्स्टॉलेशन (स्थापन) टिकाऊ हो। 

हमने कैसे काम किया?

हमने उनकी लागत एवं उपयोग में आसानी और स्थिरता के लिए, उपलब्ध टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकियों) का मूल्यांकन किया और हमने ग्रामीणों के साथ इन पर चर्चा की फिर अंत में दो तकनीकों पर ध्यान दिया -

टेराफिल वाटर फिल्टर एक कम लागत वाला उपकरण है,जिसे हर एक घर में लगाया जा सकता है। 

पानी को छानने में इसकी विशेषता है,यह मैले या गंदे पानी को फ़िल्टर करने में सक्षम है,जैसे- पानी में मोजूद निलंबित कण,लोहा या सूक्ष्मजीव जो जल जनित बीमारियों का कारण बनते हैं।

बायोसैंड- फिल्टर सस्ते और प्रभावी फिल्टर हैं,जो विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में लगाने के लिए निर्मित  किए गए हैं। ये धीमे रेत के पानी के फिल्टर विशेष रूप से आंतरिक संचालन के साथ रोग पैदा करने वाले जीवों को हटाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। फिल्टर,रेत और बजरी की परतों के साथ एक “कास्ट- कंक्रीट कंटेनर” से बने होते हैं,इसके ऊपर एक जैविक परत होती है। 

फिल्टर बनाने में उपयोग किए जाने वाले सभी सामान स्थानीय रूप से उपलब्ध हैंऔर विभिन्नआकारों के फ़िल्टर बनाने के लिए इन्हें इकट्ठा किया जा सकता है।

हमने क्या सीखा?

इस परियोजना में जल शोधन टेक्नोलॉजी का चयन एक महत्वपूर्ण निर्णय था। यदि चुनी गई तकनीक का उपयोग या रखरखाव करना कठिन होता और लागत कारगर नहीं होती तो यह बहुत तेजी से निष्क्रिय हो जाती।

हमने स्थानीय लोगों से भागीदारी की मांग की और निर्णय लेने की प्रक्रिया में समुदाय को शामिल किया। 

इस मुहिम ने ग्रामीणों को सशक्त बनाया,और उन्होंने परियोजना के लिए सही साजो-सामानऔर साधन जुटाए। 

आप कैसे योगदान दे सकते हैं?

हम चाहते हैं,कि देश केऔर गाँवों को भी स्वच्छ और शुद्ध पेयजल मिले। 

यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है,इसमें स्थानीय समुदाय,सरकार और निजी क्षेत्र सहित सभी हितधारकों(लाभान्वित होने वाले)की भागीदारी की आवश्यकता है।