मस्ती और जोश से भरपूर रंगों का त्यौहार होली आनी वाली है और इस के लिए सभी लोग वर्ष भर इंतजार करते हैं | भारत जैसा देश, जो कई संस्कृतियों, रीति-रिवाज़ों और त्योहारों से भरपूर विविधताओं के लिए जाना जाता है, उसको होली अपने रंगों के इंद्रधनुष से एक सूत्र में बांधती है| प्राचीन काल से चले आ रहे इस त्यौहार को बुराई पर अच्छाई पर जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है परंतु होली, इसे मनाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मन में मुक्ति की भावना का संचार करती है |
नस्ल, जाति, पंथ और संप्रदाय द्वारा निर्मित अदृश्य दीवारों और अवरोधों को होली अपने विविध रंगों से मिटा देती है| होली का त्यौहार बिना किसी भेदभाव के सभी को अपनेपन की भावना से सराबोर करता है| यह त्यौहार हमें उत्साह, ऊर्जा और ताजगी से भर देता है| जिससे अपनत्व की यह भावना और अधिक प्रगाढ़ होती है| आरामदेह कपड़े पहनने की आज़ादी तथा शक्ल सूरत के प्रति बेपरवाही और ‘बुरा ना मानो होली है’ इस वाक्य से ही सब की होली की शुरु होती है| घरों में पुराने फिल्मी गाने गूंजते हैं और सब के घरों के दरवाजों पर पानी में रंग घोल कर बाल्टियों की लाइन और होली की पिचकारियों के ढेर दिखते हैं|
बच्चे पानी से भरे गुब्बारों और पिचकारियों से सुसज्जित होकर एक दूसरे को भीगते भिगाते हुए और इधर-उधर भागते हुए होली को और अधिक मनोरंजक बनाते हैं| होली खेलते-खेलते भूख लगने पर बीच बीच में गुजिया और दूसरे स्वादिष्ट पकवान सबके मुंह में पानी भर देते हैं| और काफी भाग-दौड़ के बाद थक जाने पर सूखे मेवों से भरपूर ठंढई पीने का आनंद ही कुछ और है | इस सब के साथ रंग खेलने का दौर चलता ही रहता है | यह सब होली को सभी का पसंदीदा त्यौहार बनाता है |
रंग बिरंगे और चमकीले रंगों से सबको रंगने और मुंह में पानी ला देने वाली मिठाइयों और पेयों के खानपान के बाद साफ सफाई करना एक बड़ा काम होता है | स्थिति तब और भी हास्यप्रद हो जाती है जब चमकीले रंगों के निशान साफ होने का नाम नहीं लेते| हर कोई एक लम्बी पूंछ वाले बंदर की भांति नज़र आता है| कुछ जिद्दी रंग उतरने का नाम नहीं लेते जिससे त्वचा में एलर्जी हो सकती है| सिर के बालों की व्यथा कहानी तो होली के रंगों की सफाई के बाद शुरू होती है|
इस वर्ष होली खेलने के बाद के परिणामों और झंझटों की परवाह किये बिना और बगैर ज्यादा सोच विचार होली का असली आनंद लें| होली को सादगी और आनंद के साथ मनाने के लिए आगे दी गई कुछ बातों का ख्याल रखें:
सूखी होली खेलें :
सूखी होली को हमेशा वरीयता देनी चाहिए|हर बीतते दिन के साथ पर्यावरण में बदलाव की समस्या गंभीर होती जा रही है इसलिए आज जितना जल हम संरक्षित करेंगे, उतना ही हमारा आने वाला कल खुशहाल होगा|
होली पर स्वास्थ्य के लिए कुछ टिप्स :
- हर बार जब भी कुछ खाएं, हाथ अवश्य धोएं ताकि पेट में कोई गड़बड़ न हो|
- शांत रहने के लिये और पानी की कमी को दूर करने के लिए ठंढाई के अलावा खूब सारा पानी पीयें | दोस्तों के साथ दिनभर की भागदौड़ और होली के गीतों पर नाच गाना, निश्चित रूप से आप को प्यास लगाएगा| अत: पानी साथ रखें|
- चमकीले लेकिन हानिकारक केमिकल रंगों का प्रयोग न करें चाहे वे आसानी से उपलब्ध और सस्ते ही क्यों न हो| इनके स्थान पर हर्बल रंग उपयोग करें| केमिकल रंग चमकीले लग सकते हैं मगर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं|
- आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा लगाएं | अगर आंखों में रंग चला जाए तो तुरंत ठंडे पानी से साफ करें |
होली पर त्वचा और बालों की सुरक्षा के लिए कुछ उपाय:
- होली के बाद जेब पर पड़ने वाले बोझ से बचने के लिए हर्बल रंगों का उपयोग करें| हल्दी से या गेंदे के फूल से आप त्वचा फ्रेंडली शानदार पीला रंग बना सकते हैं| चुकंदर या हिबिस्कस के फूलों से और प्राकृतिक रंग बना सकते हैं|
- ढीले और पूरे बाजू वाले सूती वस्त्र पहनें जिससे शरीर को हवा आती रहे| सूती कपड़े भागदौड़ के बीच आप को सहज रखेंगे और धूप व गर्मी से बचाएंगे |
- शरीर पर नारियल तेल या मॉस्चराइजर लगाना न भूलें| एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन का उपयोग करें| सनस्क्रीन त्वचा को काली होने से बचाएगी | नारियल तेल या मॉस्चराइजर त्वचा पर एक सुरक्षा परत बना देते हैं जिससे होली खेलने के बाद रंग आसानी से निकल जाते हैं और त्वचा मुलायम और नरम बनी रहती है|
- बालों में नारियल का तेल लगाएं और तेल को बालों और सिर में पूरी तरह अवशोषित होने दें| इस से आपके बाल सुरक्षित, चमकदार और सुलझे हुए रहेंगे|
- होली के बाद त्वचा को जोर से न मलें और न ही ब्रश से रगड़ें क्योंकि इस से त्वचा पर निशान पड़ सकते हैं या जलन हो सकती है| जरूरत पड़ने पर उपयोग के लिए अपने पास एलोवीरा जैल रखें|
होली के रंग साफ करने और त्वचा की सुरक्षा के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
- क्योंकि होली का त्योहार गर्मी के मौसम में आता है इसलिए ठंडे पानी से ही रंग साफ करें | गर्म जल का उपयोग करने से बचें, इससे त्वचा में जलन हो सकती है|
- बार-बार पानी का प्रयोग करने से बचें , त्वचा पर नारियल तेल लगायें .
- बालों पर वही पुरानी चमक पाने के लिए आँवला, रीठा और शिकाकाई से घर में बना हुआ शैम्पू प्रयोग करें| आप दहीं और नींबू का रस मिला कर भी बालों में लगा सकते हैं| इन छोटे-छोटे उपायों से आप होली के रंगों को आसानी से साफ कर सकते हैं|
- चेहरे से रंग साफ करने के लिए अपनी त्वचा के अनुसार घर में आसानी से मिलने वाली चीजों का प्रयोग करें| तैलीय त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी और ग्लिसरीन इस्तेमाल करें| सामान्य त्वचा के लिए मसूर दाल, गुलाब जल और हल्दी से बना फेस पैक लगाएं| रूखी त्वचा वाले सोयाबीन पाउडर, दूध, ग्लिसरीन और नमक से बना फेस पैक परख सकते हैं|
- अपने चेहरे या बालों में वही पुरानी चमक पाने के लिए जल्दबाजी में कोई उपचार करवाने से बचें| इन्हे आराम से अपने प्राकृतिक संतुलन में आने दें|
- कपड़ों से होली के रंग निकालना भी कौन सा आसान काम है? कोशिश करें कि होली के एकदम बाद उन्हें नीम्बू या सिरके से साफ कर लें| एक बार इन उपायों को आजमाकर देखें| इन साफ कपड़ों को डोरमैट या पोछे के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं|
होली पर अनचाहे संकटों से बचने के लिए इन सुरक्षा उपायों को अपनाएं:
- अपने छोटे बच्चों , दोस्तों और परिवार के सदस्यों पर निगाह रखें| चेहरे पर रंग के कारण परिजनों की पहचान मुश्किल होती है|
- वाहनों व कारों के अनावश्यक शोर और उनकी टक्कर से बचाव के लिए गलियों में होली खेलने से बचें| खुली जगहों या खेल के मैदान में होली खेलने के लिए जाएं|
- प्राथमिक उपचार बक्सा अपने पास रखें| होली पर गुस्से या ईर्ष्या में कोई आप को गिराने या ठोकर मारने का प्रयास कर सकता है| अधिक खाने से पेट में समस्या हो सकती है| प्राथमिक उपचार बक्से में मरहम पट्टी, हर्बल क्रीम और एंटी एलर्जिक दवाईयां जरूर रखें| अपने डॉक्टर का फोन नम्बर भी याद रखें|
- दोस्तों को रंग लगाने जाने के लिए फुटपाथ या रास्तों का उपयोग करें| हालाँकि छुट्टी के कारण सड़कों पर कम गाड़ियां होती है परंतु फिर भी मुख्य सड़कों पर चलने से बचें|
- अपने छोटे कुत्तों, बिल्लियों और दूसरे पालतू जानवरों को सकुशल व सुरक्षित रखें क्योंकि रंग बिरंगे चेहरे उन्हे बेचैन कर सकते हैं| याद रखें कि होली इंसानों के लिए ही है|
- हमारे देश के हर त्यौहार पर कई प्रकार के व्यंजन और मिठाइयां बनती हैं और हम सब इन्हे पेट भर कर खाते हैं.| खोया जैसी बाजार की चीजों में मिलावट की सम्भावना रहती है इसलिए मिठाईयां बनाने के लिए घर में बनी वस्तुओं व चीजों का ही उपयोग करें|
रंगों के इस उत्सव का पूरा आनंद लें मगर इसे सावधानीपूर्वक मनाएं. अपने परिवारजनों और मित्रों के साथ समय बिताएं और दिन भर उत्साह और अपनेपन के भाव से ओतप्रोत रहें |