सर्दी से बचने के उपाय (टिप्स) - भाग १ से जारी
#5 क्या आप एक आयुर्वेदिक डॉक्टर से मिले हैं? | Did You Meet An Ayurvedic Doctor?
क्या आप आयुर्वेद जानते हैं? जिसका वास्तव में अर्थ है, जीवन का विज्ञान, आयुर्वेद चिकित्सा की एक प्राचीन पद्धति है। आयुर्वेद का मानना है, कि जब कबि भी आप बीमार होते हैं, तो उसका मुख्य कारण शरीर में कुछ असंतुलन होने की वजह से होता है। आयुर्वेद के उपचार का उद्देश्य शरीर में संतुलन को बनाए रखना है।
एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक, जिसे नाडी परीक्षक भी कहा जाता है, आपकी शारीरिक प्रणाली ( सिस्टम) में असंतुलन को संतुलित करने में आपकी मदद कर सकता है। वह कलाई में आपकी नाड़ी का परीक्षण करता है, इसलिए इस प्रक्रिया को नाड़ी- परीक्षा कहते हैं। (नाडी = पल्स; परीक्षण = परीक्षा)।
#6 भोजन, जो पचाने में आसान हो | Eat Food That Is Easy On The Stomach
आपने देखा है? जब बच्चे बीमार पड़ते हैं तो वे अक्सर चिड़चिड़े हो जाते हैं, और खाना नहीं खाते हैं। यह एक दिलचस्प बात है। यह बीमारी के लिए शरीर की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है। सर्दी केउपचार में, भोजन के संयम से ही उपचार का प्रारम्भ होता है।
लेकिन आपको भोजन करना बंद नहीं करना चाहिए, हल्का भोजन लेना सबसे अच्छा है। आप केवल तब ही खा सकते हैं, जब आप भूख महसूस करते हैं। मिठाई, तली हुई वस्तुओं, आटे के उत्पादों, भिंडी, ठंडे पानी और शीतल पेय से बचें। (अधिक जानने के लिए कि किस प्रकार का भोजन हमारे लिए अच्छा है। ) एक हल्का पेट आपकी पाचनअग्नि को साफ करता है, एक स्वच्छ पाचन अग्नि मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ी होती है, और इससे प्रणाली में संतुलन बनाये रखने में मदद मिलती है।
यहां समय से भोजन. की एक समय-सरणी की एक सूची दी गई है, जो प्रतिरक्षा( रोग-प्रतिरोध शक्ति) को बढ़ाती है-
- नट्स (बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट, हेज़लनट,, खुबानी, खजूर, आलूबुख़ारा, और सीमित मात्रा में किशमिश), क्योंकि यह शरीर को गर्म रखने के लिए आवश्यक विटामिन, प्राकृतिक तेल और पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- मसाले (काली मिर्च, लहसुन, प्याज, जीरा, धनिया, अदरक, हींग, और सरसों के बीज), क्योंकि यह पाचन में और पेट में बन रही गैस के निष्कासन में मदद करते हैं।
- सब्जियां (ड्रमस्टिक, सरसों, पालक, ऐमारैंथ (अम्लान पुष्प) करेला, हरे केले, मेथी के पत्ते और टकसाल पत्ते), क्योंकि यह आवश्यक फाइबर और पोषण प्रदान करते हैं, और आसानी से पचने योग्य होते हैं।
- अंकुरित अनाज-, क्योंकि इनमें फाइबर और प्रोटीन उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं; वे पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करते हैं और भारी बनाये बिना, पेट भर देते हैं।
- हल्दी और काली मिर्च की एक चुटकी एक गिलास ताजा गर्म दूध के साथ प्रतिरक्षा(रोग-प्रतिरोधक शक्ति) बढ़ा देता है।
- फलों (पपीता और सेब); खट्टे फलों के सेवन से बचें।
- परिसंचरण बढ़ाने और एंजाइम गतिविधि बढ़ाने के लिए गर्म भोजन ही लें। डिब्बाबंद या पैक किए गए भोजन से बचें।
- तुलसी में औषधीय गुण हैं, शहद और अदरक के साथ पत्तियों का काढ़ा खांसी और ठंड के लिए एक प्रभावी उपाय है। पत्तियों, तुलसी के पत्तों का पानी में चाय पत्ती के साथ उबाला हुआ काढा, ठंड निवारक के रूप में कार्य करता हैं। यदि आपको बुखार है, तो तुलसी के पत्तों का आधा लीटर पानी में इलायची पाउडर के साथ काढ़ा बनाकर इसे लें एवं शरीर के तापमान को नीचे लाने के लिए, दूध में गुड़ मिलाकर इसका सेवन करें।
#7 स्वास्थ्य के लिए पानी का उपयोग | Turn Water Into A Healer!
क्या आप जानते हैं, आसानी से उपलब्ध पानी भी जीवन रक्षक के रूप में कार्य कर सकता है ? जब आप सर्दी से परेशान हैं, तब पानी आपके लिए पेय या भाप (स्टीम)के रूप में जादू का काम कर सकता है। सर्दी का इलाज करने के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक है, गर्म पानी में एक चुटकी जीरा के बीज को मिलाएँ, यह एक औषधीय पेय है,, हमारे श्वसन तंत्र में रुकावट को दूर करता है, जो खाँसी और बलगम के साथ होती है। एक या दो दिन के लिए, अधिक पानी और कम भोजन पर आप अपने आप में अंतर महसूस करेंगे!
पानी की भाप आपके लिए एक जादू के सामान है, एक कंटेनर में पानी ले (यदि आपके पास वेपोराजर नहीं है)उसमें युकेलिप्टुस तेल की दो या तीन बूंद डालें, और इसे उबाल लें, एक या दो मिनट के लिए भाप को श्वास के द्वारा अंदर लें, और दो मिनट बाद दोहराएं। आप इसे दिन में दो बार पांच से दस मिनट के लिए कर सकते हैं। आप एक तौलिया के साथ अपने सिर को कवर कर सकते हैं, ताकि भाप आसानी से अंदर ले सकें। और जादू होने दें
हर दिन कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है, यह बीमारी से बचने के सबसे आसान और सबसे सुरक्षित तरीके है।
अन्य सभी दिनों में, पुरुषों को कम से कम 3 लीटर पानी पीना चाहिए, महिलाओ को 2.2 लीटर पानी पीना चाहिए। स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिये यह एक सुरक्षित और आसान तरीका है।
#8 सामान्य सर्दी से निपटने के लिए हर्बल दवाइयों का प्रयोग | Herbal Medicines to beat common cold
जैसे, हमारे पास सर्दी के लिए कुछ खास प्रकार के उत्पाद एवं कुछ जड़ी-बूटियां हैं, केवल यह अंतर है, कि उन्हें आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में पैक किया जाता है, जो कि पाराबेन- मुक्त हैं, और इसका शरीर पर कोई बुरा असर या दुष्प्रभाव नहीं होता है। हरिद्र खंडा, अमृत और यष्टि मधु को इन दवाओं के साथ आने वाले निर्देशों के अनुसार या आपके आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से आप ले सकते हैं।
प्रत्येक दिन एक ग्लास पानी में चार से पांच बूंदें शक्ति ड्रॉप आप ले सकते हैं, यह रोग -प्रतिरोध शक्ति (इम्युनिटी) को बढ़ाने के लिए पर्याप्त है।