घर में प्रत्येक दिन योगाभ्यास आपको स्वस्थ, अधिक सृजनशील, शान्त और प्रसन्न बनाता है। इसके अतिरिक्त यह लाभ केवल आपको आंनद देने के लिए ही नहीं हैं। यह न केवल आपको आंनद देता है बल्कि आपके परिवारजनो को अपने चारो ओर सकारात्मक ऊर्जा और आंनद का अहसास देता है। इसके अतिरिक्त आपको अपने घर के आरामदायक वातावरण में योगाभ्यास करने का मौका मिलता है।
एक बार आपने श्री श्री योग प्रशिक्षक से योगाभ्यास सीख लिया तो आप आराम से कभी भी योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं। यहाँ कुछ उपाय दिए जा रहे हैं, जो आपको घर में आनन्द के साथ योगाभ्यास का अवसर देता है।
घर पर योग करने की 9 युक्तियाँ (9 tips on how to do yoga at home)
- अपना सुविधाजनक समय चुने | Choose a convenient time
- सुविधाजनक स्थान चुने | Choose a comfortable place
- योगाभ्यास खाली पेट करे | Practice on a relatively empty stomach
- योगाभ्यास के समय साधारण कपड़े पहने | Keep your yoga wear simple
- योगासन से पहले शरीर में गर्मी पैदा करने के लिए कुछ व्यायाम करें | Warm up before doing intense yoga postures
- यह आपका अपना शरीर हैं, इसका ध्यान रखे | It is your own body; be gentle on it
- दृढ़ बने रहें | Be consistent
- योग को परिवार का मनोरंजक समय बनाये | Make yoga time as ‘family fun time’
- अलग अलग योग तकनीक को शामिल करें | Include a variety of yoga techniques
अपना सुविधाजनक समय चुने
सुबह के समय योगाभ्यास सबसे अच्छा होता हैं। यह आपको पूरे दिन ऊर्जा से पूर्ण रखता है । यदि ऐसा नहीं होता हैं तो अपने योगाभ्यास छोड़ने का बहाना मत बनाइये।आप अपना सुविधाजनक समय चुन सकते हैं। यह सुबह देर से,दिन में भोजन से पहले या शाम को हो सकता हैं। इस समय योगाभ्यास आपको ताजगी से भरा रखता हैं और तनाव से दूर रखता हैं।
सुविधाजनक स्थान चुने
यह हमेशा सबसे अच्छा हैं कि अपने घर में योगाभ्यास के लिए एक छोटा, निजी कमरा चुने। कुछ समय योगाभ्यास करने से वहाँ सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी जो आपको और आपके परिवार को प्रसन्नता ,शक्ति और आराम देगी।यदि कभी यह संभव न हो तो घर में कोई शान्तिपूर्ण स्थान चुन सकते हैं जो इतना बड़ा हो कि वह आप अपना योगा मैट (चादर) बिछा सके।जहाँ आपके अभ्यास में कोई रूकावट न आये।
आपको यह ध्यान देना हैं कि योगाभ्यास के लिए स्थान साफ़ तथा हवादार हों, वह फर्नीचर और नुकीली वस्तुए न हो।(घरेलू योगी के विषय में और जानें)
योगाभ्यास खाली पेट करे
आपके आसान तब अच्छे होते हैं जब उसे आप हलके या खाली पेट करे। आप भोजन के 2 या 3 घण्टे बाद योगाभ्यास कर सकते हैं।
योगाभ्यास के समय साधारण कपड़े पहने
योगाभ्यास के समय हल्के एवं आरामदायक कपड़े पहने। तंग कपड़े योगाभ्यास के लिए सुविधाजनक नहीं होते।अधिक साज सज्जा एवं जेवर पहन कर योगाभ्यास नहीं करना चाहिए।
योगासन से पहले शरीर में गर्मी पैदा करने के लिए कुछ व्यायाम करें
यह आवस्यक हैं कि योगासन से पहले शरीर में लचीलापन उत्पन्न करने वाले कुछ व्यायाम करें जिससे माश्पेशियो में कोई तनाव न उत्पन्न हो।
यह आपका अपना शरीर हैं, इसका ध्यान रखे।
अपने शरीर का सम्मान करे और योगासन एक मुस्कान के साथ करें। अपने शरीर का ध्यान रखते हुए योग की गति बढ़ाए। बहुत तेज गति से अभ्यास आपको तकलीफ और दर्द दे सकता हैं।
दृढ़ बने रहें।
अपने योगाभ्यास में नियमित रहे इसे दिनचर्या का हिस्सा बनाये,तब यह आसानी से आपकी आदत बन जायेगा।एक वरिष्ठ श्री श्री योग शिक्षक श्री कृष्ण वर्मा कहते हैं,"20 मिनट का प्रत्येक दिन योगाभ्यास कभी कभी 2 घंटेअभ्यास से अधिक सकारात्मक परिणाम देता हैं।"
योग को परिवार का मनोरंजक समय बनाये
जब आप अकेले योगाभ्यास करते हैं तब आप आलस्य का अनुभव करते हैं या अच्छा महसूस नहीं करते। प्रयास करे कि यह अभ्यास परिवार और दोस्तों के साथ करें और फिर अंतर देखे। घर में योगाभ्यास परिवार को एक साथ लाता हैं।
अलग अलग योग तकनीक को शामिल करें।
अलग योगाभ्यास अवं प्राणायाम का अभ्यास करे।यदि आपके पास समयाभाव हैं तो कुछ निश्चित योगाभ्यास प्रत्येक दिन करे।इसके पश्चात पूरे योग को संपूर्ण रूप से रविवार को करें । यह निश्चित करे कि योगाभ्यास के साथ योग निद्रा लें।
ध्यान रखें कि योगाभ्यास में केवल योगासन नहीं आते। इसके अतिरिक्त प्राणायाम,ध्यान और सुदर्शन क्रिया आती हैं जो आप हैप्पीनेस प्रोग्राम में सीखते हैं।
योग शरीर व मन का विकास करता है। इसके अनेक शारीरिक और मानसिक लाभ हैं परंतु इसका उपयोग किसी दवा आदि की जगह नही किया जा सकता। यह आवश्यक है की आप यह योगासन किसी प्रशिक्षित श्री श्री योग (Sri Sri Yoga) प्रशिक्षक के निर्देशानुसार ही सीखें और करें। यदि आपको कोई शारीरिक दुविधा है तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या किसीभी श्री श्री योग प्रशिक्षक से अवश्य संपर्क करें। श्री श्री योग कोर्स करने के लिए अपने नज़दीकी आर्ट ऑफ़ लिविंग सेण्टर पर जाएं। किसी भी आर्ट ऑफ़ लिविंग कोर्सके बारे में जानकारी लेने के लिए हमें info@artoflivingyoga.org पर संपर्क करें।