क्या आप एक भी दिन अपने दो हाथों के बिना सोच सकते हैं? यकीनन बिलकुल नहीं। सुबह दांतों को ब्रश करने से लेकर खाना बनाने तक, दरवाजा खोलने से लेकर कंप्यूटर पर टाइप करने तक, हर काम के लिए हम अपने हाथों का प्रयोग करते हैं। आपके यह दो हाथ आपके लिए इतना सब कुछ करते हैं, यकीनन इनको स्वस्थ रखना भी आपकी जिम्मेदारी है।
हम आपको पहले ही बता चुके हैं की मज़बूत बाहों के लिए आपको कौनसे योगासन करने चाहिए। हम आपको कुछ और योग मुद्राएं बताएंगे जिससे आपकी बाहों और हाथों को अधिक ऊर्जा मिलेगी।
अपने कार्य के बीच में से पांच - दस मिनट का अवकाश लेकर यह सूक्ष्म योग मुद्राएं कर सकते हैं। जिस अंग का भी व्यायाम आप करेंगे उस भाग में रक्त संचार बढ़ जाएगा।
इस मुद्रा से कंधे के जोड़ों व छाती की मांसपेशियों में खिंचाव आने से वह मजबूत बनेगी। यह शरीर के ऊपरी भाग को अधिक मजबूत बनाता है।
इस योग मुद्रा से आपकी कलाइयां सुदृढ़ बनती हैं। आप अपना सारा वजन अपनी कलाइयों पर डालते हो तो वह मजबूत व पुष्ट बनती है।
इसके और अलग प्रकार हैं- घुटनों पर बैठकर कंधों को फैलाना- इससे भी वह स्वस्थ होती हैं। जैसा ही आसन का नाम है आप एक घुटने पर बैठ कर इस मुद्रा में कुछ समय सि्थर रहे, लंबी गहरी सांसे लेते हुए दूसरी टाँग से इस मुद्रा को दोहराएं।
डॉल्फिन पोज़ | Dolphin pose
यह अधोमुख श्वानासन का ही दूसरा प्रकार है। अपनी बाहों पर पूरा वजन डालें, डॉल्फिन की मुद्रा की तरह। इससे बाहे व कंधे सुदृढ़ बनेंगे।
हाथों के व्यायाम | Hand exercises
हाथों के व्यायाम आपके दोनों हाथों में रक्त संचार की वृद्धि करते हैं तथा यहां इकट्ठे हुए तनाव को दूर कर देते हैं। इस को आरंभ करने के लिए बाहों को फैलाएं तथा दोनों हाथों की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाए। अपनी बाहों व हाथों को ऐसे घुमाएं की हथेलियां छत की तरफ रहे। हाथों को अलग- अलग ना करें तथा घुमाते जाएँ। जब नीचे आए तब दोनों हाथों को खोल दे। हथेलियों को वास्तविक स्थान पर ले जाएं।
आगे, आप बाहों को झटकने का व्यायाम भी कर सकते हैं। अपनी बाहों को शरीर के साइड में फैलाएं। कुहनियों को मोड़कर हाथों को कंधों पर विश्राम की अवस्था में रखे। कपालभाति श्वास के साथ कोहनियों को खोलें। ऐसा 20 बार दोहराएं।
दंडासन | Dandasana
जब आप एक आसन से दूसरे आसन की ओर सरलता से जा सके तब दंड आसन का अभ्यास करें। दंडासन करने से भुजाएं तथा कंधे मजबूत बनते हैं।
योग करने से शरीर लचीला बनता है तथा मजबूत भी। यह मन को शांत करके मूड अच्छा बना देता है। यह सरल योगासन और योग मुद्राएं आपकी भुजाओं हाथों और कंधों को मजबूत बना देते हैं।
यद्यपि योगाभ्यास शरीर और मन के लिए बहुत फ़ायदेमंद है, फिर भी इसे दवा के बदले आजमाना उचित नही है। योगासनों का अभ्यास आर्ट ऑफ लिविंग योग के प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना सर्वथा लाभप्रद होगा। अगर कोई शारीरिक या मानसिक खामी हो, तो वैद्यकीय सलाह और श्री श्री योग के प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना सर्वथा लाभप्रद होगा। अगर कोई शारीरिक या मानसिक खामी हो, तो वैद्यकीय सलाह और आर्ट ऑफ लिविंग योग के प्रशिक्षक की अनुमति के पश्चात ही योगाभ्यास करें। श्री श्री योग कोर्स आपके नज़दीकी आर्ट ऑफ लिविंग केंद्र में आप सीख सकते हैं। अगर आप विविध कोर्सों के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं तो हमें संपर्क करें info@artoflivingyoga.in